Ghaziabad News: गाजियाबाद के गुलधर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में रहने वाले लोगों को बांग्लादेशी बताकर उनकी पिटाई के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने सख्त कदम उठाया है। पुलिस ने हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी उर्फ पिंकी और उनके सहयोगी हरिओम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की तैयारी की जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस कदम की जमकर तारीफ हो रही है। लोगों का मानना है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जरूरी है ताकि अपराधियों को संदेश जाए कि कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है।
अपराधियों के खिलाफ अपनाया सख्त रवैया
सीएम योगी आदित्यनाथ अपराधियों और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने से कभी पीछे नहीं हटती, चाहे वे कोई भी हों। इस मामले में भी सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की है। मिली जानकारी के अनुसार, हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अपने करीब 20 समर्थकों के साथ मिलकर शुक्रवार को गुलधर रेलवे स्टेशन के पास झुग्गियों में रहने वाले लोगों पर हमला किया। उन्होंने उन्हें बांग्लादेशी बताकर लाठी-डंडों से उनकी जमकर पिटाई की और उनकी झुग्गियों में तोड़फोड़ मचाई। इस हमले में कई लोग घायल हो गए थे। जांच में पता चला कि जिन लोगों के साथ मारपीट की गई, वे बांग्लादेशी नहीं बल्कि यूपी के शाहजहांपुर के निवासी हैं।
अखिलेश यादव ने कसा था तंज
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कोर्ट से स्वतः संज्ञान लेने की मांग की और कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, “कानून हाथ में लेने का अधिकार सरकार को भी नहीं है, फिर उनके संगी-साथी गुर्गों को कैसे हो सकता है। इस हिंसक मामले में माननीय न्यायालय से स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह है।”
सपा ने करी थी न्याय की मांग
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि यह घटना ‘भारतीय जमीन पार्टी’ का खेल हो सकती है, जो जमीन खाली कराने का यह नायाब तरीका निकाल रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार पर अविश्वास का संकेत हो सकती है और इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि यह दो पक्षों के बीच की लड़ाई का परिणाम हो, जो सरकार और प्रशासन पर भरोसा नहीं करते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की है और उन पर रासुका लगाने की तैयारी है। विपक्षी नेताओं ने इस घटना पर सरकार को घेरने की कोशिश की है, लेकिन सरकार के सख्त रवैये की तारीफ भी हो रही है।