Ghaziabad News: गाजियाबाद के मुरादनगर थाना क्षेत्र में उस वक्त सनसनी फैल गई जब थाने के ठीक सामने रवि शर्मा नामक युवक की बाइक सवार दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। रवि अपने घर पर हुई फायरिंग की शिकायत दर्ज कराने थाने आया था, लेकिन थाने के बाहर ही उसे गोलियों से भून दिया गया। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए।
लापरवाही पर चार पुलिसकर्मी निलंबित
बताते चले कि, इस घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने सख्त रुख अपनाते हुए मुरादनगर थाना प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित अधिकारियों में उपनिरीक्षक शैलेंद्र तोमर, नाइट ड्यूटी पर तैनात सूबे सिंह और विवाद क्षेत्र से संबंधित बीपीओ उपनिरीक्षक मोहित सिंह भी शामिल हैं। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया कि लापरवाही के चलते यह कड़ी कार्रवाई की गई है।
वारदात के समय मौजूद थे पुलिसवाले, आरोपी फरार
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित परिवार का आरोप है कि गोलीकांड के वक्त पुलिस थाने में ही मौजूद थी। यहां तक कि कुछ पुलिसकर्मी बाहर भी खड़े थे, लेकिन हमलावरों को रोकने की कोई कोशिश नहीं की गई। हमलावर बड़ी ही आसानी से वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए, जिससे लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भारी आक्रोश है।
कार हटाने के विवाद से शुरू हुआ घटनाक्रम
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक रवि शर्मा मूल रूप से रावली गांव का निवासी था और कीटनाशकों का व्यापार करता था। बीते बुधवार को उसके पिता रवींद्र शर्मा अपनी भतीजी को कार से लेने गए थे, जहां गांव के ही मोंटू और अजय से कार हटाने को लेकर विवाद हो गया। पहले दोनों ने धमकी दी और कुछ देर बाद रवि के घर के बाहर फायरिंग कर दी। जब परिवार थाने शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, तो रवि को गोली मार दी गई।
थाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने रवि शर्मा के शव को मुरादनगर थाने के गेट पर रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि यदि पुलिस ने पहले ही शिकायत पर गंभीरता दिखाई होती तो यह घटना टाली जा सकती थी। काफी देर तक प्रदर्शन चलता रहा, जिसके बाद अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
प्रशासन पर गंभीर सवाल, जांच जारी
यह घटना न सिर्फ गाजियाबाद पुलिस की तत्परता पर सवाल खड़े करती है बल्कि थानों में आम जनता की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा रही है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है और पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पहले ही उचित सुरक्षा दी जाती, तो एक युवा की जान नहीं जाती। गाजियाबाद के मुरादनगर में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। थाने के सामने हुई हत्या और पुलिस की निष्क्रियता आमजन में असुरक्षा की भावना पैदा कर रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन आगे और क्या सख्त कदम उठाता है।