Ghaziabad Encounter: गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़े अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो चोरी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। 27 मार्च 2025 को इंदिरापुरम पुलिस द्वारा वसुंधरा सेक्टर में की गई सघन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध कार देखी गई। कार को रोकने की कोशिश करने पर चालक ने अचानक अपनी कार को तेज़ी से मोड़ते हुए भागने की कोशिश की, लेकिन कार डिवाइडर से टकरा गई और चालक मौके से भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया और आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन भागते हुए अभियुक्त ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने न्यूनतम बल का उपयोग करते हुए गोली चलाई, जिससे आरोपी घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई
पुलिस की कार्रवाई में घायल आरोपी का नाम अंकित सक्सेना उर्फ बबलू विजय सक्सेना है, जो उत्तर प्रदेश के कासगंज का निवासी है। आरोपी के पास से एक अवैध तमंचा, एक खोखा कारतूस, और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी की कार की तलाशी ली, तो डेस्क बोर्ड से सफेद धातु के दो गले हुए टुकड़े मिले। इन टुकड़ों को लेकर आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी राजवीर सिंह चौहान के साथ मिलकर वसुंधरा स्थित अंबे ज्वेलर्स की दुकान में चोरी की थी।
आरोपी की संलिप्तता और अन्य घटनाओं का खुलासा
पूछताछ में अंकित सक्सेना ने बताया कि 21 और 22 मार्च 2025 की रात को उसने अपने साथी राजवीर और अन्य दो अज्ञात साथियों के साथ मिलकर अंबे ज्वेलर्स की दुकान का शटर तोड़कर चांदी और सोने के गहनों की चोरी की थी। चुराई गई चांदी को उसके साथी राजवीर ने गलाकर उसे दो टुकड़ों में बदल दिया था, जो अब पुलिस के कब्जे में हैं। आरोपी ने यह भी बताया कि वह चोरी की घटनाओं के लिए कार में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर जाता था, ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके।
अपराधी गिरोह का पर्दाफाश
आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि वह और उसके साथी चोरी के लिए अक्सर रात के समय अलग-अलग स्थानों की रेकी किया करते थे। उनकी योजना आगामी दिनों में और दुकानों में चोरी करने की थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया। पुलिस ने आरोपी से फर्जी नंबर प्लेट वाली कार भी जब्त की, जिससे यह साफ हुआ कि वह और उसके साथी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए इनका इस्तेमाल करते थे।