फ्रेंच फ्राइज के दीवाने जानें कहाँ से हुई फ्रेंच फ्राइज की शुरुआत…

Shobhna Rastogi
By Shobhna Rastogi

National French Fry Day 2023 : पार्टी हो या किसी भी तरह का कार्यक्रम, फ्रेंच फ्राइज़ खानें मे जरुर रखा जाता है, क्योंकि लाखों लोगो का पसंदीदा स्नेकस हैं ‘फ्रेंच फ्राई’।फ्रेंच फ्राइज का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है यहाँ तक की वर्तमान में यह बच्‍चों से लेकर बड़ों तक का यह फेवरेट स्नैक्‍स बना हुआ है। यह आलू को लंबे शेप में काटकर डीप फ्राई करके बनाया जाता है। इसका नाम सुनकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे इस फूड का संबंध फ्रांस से हो, लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि फ्रेंच फ्राइज़ का संबंध फ्रांस, बेल्जियम और अमेरिका तीनों देशों से है।

आपको बता दें कि अमेरिका में 13 जुलाई को नैशनल फ्रेंच फ्राइज़ डे मनाया जाता है। इस दिन अमेरिका में कई ऑउटलेट्स पर फ्रेंच फ्राइज खाने का कॉम्पटिशन होता है तो कई जगहों पर फ्रेंच फ्राइज़ फ्री में भी मिलते है।हालांकि यह दिन अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा है। आज नेशनल फ्रेंच फ्राई डे है, इस मौके पर आपको बताते हैं कि कैसे फ्राइड आलू के इस स्‍नैक्‍स का नाम फ्रेंच फ्राइज़ पड़ा साथ ही इसका इतिहास क्‍या है?

फ्रेंच फ्राइज से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक बातेंः-

1. पहली बार आलू हुए फ्राई

सबसे पहले फ्रांस और उत्तरी बेल्जियम के आसपास की जगहों पर आलू को फ्राई करके खाने का चलन शुरू हुआ था। बेल्जियम के मोस वैली के पास एक गांव था, जहां लोग नदी से मछलियां पकड़कर इसे फ्राई करके खाते थे। जब सर्दी में जब नदियां बर्फ बनकर जम जाती थीं, तब मछली पकड़ना मुश्किल हो जाता था।

उसी दौरान उत्तरी बेल्जियम के आसपास के कुछ गांव मे लोगों ने आलू फ्राई करना शुरू कर दिया। गांव के लोग पेट भरने के लिए आलू को छोटी मछलियों के शेप में काटकर तेल में फ्राई करके खाना पसंद करने लगे। इस तरह ये उनका एक स्‍टेबल फूड बन गया।

2. 17 वीं शताब्दी के दौरान फ्रेंच फ्राइज नाम रखा गया

17 वीं शताब्दी के आसपास फ्रांसीसी क्रांति के समय सैनिकों को खाने के लिए फ्रेंच फ्राइज दिया जाता था। तब फ्रांस में मौजूद प्रसिद्ध पैरिसियन पुल के नाम पर इसे फ्राइट्स पोंट न्यूफ कहा जाता था।

प्रथम विश्‍व युद्ध के दौरान जब यहां अमेरिकन आर्मी आई और उन्‍हे जब इस फूड की जानकारी मिली, तब उन्‍होंने इसका स्वाद चखा और उन्हे यह काफी पसंद आया । तब इन लोगो ने इसे पहली बार कैचअप, मेयोनीज और विनेगर के साथ खाना शुरू किए साथ ही इसका नाम बदलकर फ्रेंच फ्राइज रखा।

3.फ्रेंच फ्राइज़ का फ्लेवर बदला

फास्ट फूड स्नैक से कहीं आगे निकलकर अब फ्रेंच फ्राइज़ ट्रेंडी रेस्तरांज़ की टॉप फेवरिट बन गई है और इसके फ्लेवर्स भी काफी बदल गए हैं। अब यह सिर्फ सॉल्ट और पेपर का स्नैक नहीं रहा। अब सिर्फ आलू से नहीं बल्कि गाजर, शकरकंद और कई दूसरी सब्जियों से भी फ्राइज़ बनने लगी है।

अन्‍य तथ्‍य

इतिहासकारों के अनुसार है, इस स्नेक्स को सबसे पहले थॉमस जेफरसन नाम के एक व्यक्ति ने तैयार किया था। जिसके बाद धीरे-धीरे यूरोप और फिर बाद में एशियाई देशों, अफ़्रीकी देशों और खाड़ी देशों में ये पसंद किया जाने लगा। बता दें कि यूरोप में इसे कई नामों से जाना जाता है। मसलन, स्किनी फ्रेंच फ्राइज, राउंड फ्रेंच फ्राइज, क्लासिक फ्रेंच फ्राइज आदि। बेल्जियम में एक फ्रेंच फ्राई म्‍यूजियम भी है। जहां हर साल 13 जुलाई को फ्रेंच फ्राइज डे पर स्‍पेशल डे सेलिब्रेट किया जाता है।

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