West Bengal News: पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य का आज सुबह कोलकाता में निधन हो गया है। कोलकाता स्थित अपने निजी आवास पर पूर्व सीएम ने 80 वर्ष की आयु में अपनी आखिरी सांस ली। लंबे समय से बीमार होने के कारण उन्हें सांस लेने मे दिक्कत थी जिसकी वजह से उन्हें जुलाई में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उम्र के प्रभाव के कारण पूर्व सीएम काफी समय से सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) से जुड़ी अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे। कोलकाता में अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली उनके घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटी है।
बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेब भट्टाचार्य का निधन
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शोक जताया है। ममता बनर्जी ने कहा मैं बुद्धदेब भट्टाचार्य को लंबे समय से जानती थी। उनके चाहने वालों की लिस्ट लंबी है जिन पर इस समय दु:खों का पहाड़ टूटा है। उनके परिवार और सीपीएम के कार्यकर्ताओं के प्रति मेरी संवेदना है। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी पूर्व सीएम के निधन पर अपना शोक व्यक्त किया है।
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2000 से 2011 तक रहे राज्य के मुख्यमंत्री
आपको बता दें कि, बुद्धदेब भट्टाचार्य साल 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनसे पहले 23 सालों तक बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु रहे हैं। कोलकाता में जन्मे बुद्धदेब भट्टाचार्य ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। साल 1968 में पहली बार उन्हें सीपीएम के छात्र संगठन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन का राज्य सचिव चुना गया। इसके बाद उन्होंने कभी राजनीति में पीछे मुड़कर नहीं देखा। साल 1977 में कोलकाता की काशीपुर-बेलछिया विधानसभा सीट से वे पहली बार विधायक चुने गए इसके बाद 1987 में उन्होंने जादवपुर सीट से चुनाव लड़ा और 2011 तक इस सीट से विधायक रहे।
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2022 में पद्नभूषण पुरस्कार लेने से किया था इनकार
बुद्धदेव भट्टाचार्य को 1977 में ज्योति बसु की सरकार में सूचना और संस्कृति मंत्रालय का जिम्मा मिला.साल 1982 तक वे इस पद पर रहे। 1987 में उन्हें फिर से कैबिनेट में शामिल किया गया। इस बार उन्हें शहरी विकास जैसे बड़े विभाग दिए गए फिर 1996 में उन्हें बंगाल का गृह मंत्री भी बनाया गया। पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य साल 2015 तक बंगाल की राजनीति में सक्रिय रहे। इसके बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया। उन्हें 2022 में केंद्र सरकार ने पद्मभूषण सम्मान देने की घोषणा की लेकिन बुद्धेब भट्टाचार्य ने पुरस्कार को लेने से इनकार कर दिया। एक समय साल 2005 में देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुद्धदेब भट्टाचार्य को देश का सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताया था। देश के कई राज्यों के सीएम की लिस्ट में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें पहला स्थान दिया था।
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