Lakhimpur Kheri में बाढ़ का कहर जारी, शारदा नदी का जलस्तर बढ़ा, कई गांव बने टापू

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
Lakhimpur Kheri

Lakhimpur Kheri Flood News: लखीमपुर खीरी जिले में शारदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से कई गांव फिर से टापू में तब्दील हो गए हैं। रविवार को जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हुई और सोमवार सुबह तक मिलपुरवा मुख्य मार्ग पर दो फीट पानी तेज बहाव में बहने लगा। श्रीनगर के सामने रपटा पुल पर करीब तीन फीट तेज धार से पानी बह रहा था, जिससे कई निचले इलाकों में जलमग्न हो गए।

Read more: Delhi Coaching Centre: अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों के लिए की 1 करोड़ मुआवजे की मांग, ओम बिरला को लिखा पत्र

खगईपुरवा गांव का हाल

खगईपुरवा टापू में बदल गया है और गांव के चारों ओर पानी भरा हुआ है। यहां के लोग नाव के सहारे ही आवागमन कर पा रहे हैं। लगभग 20 परिवार तटबंध किनारे तिरपाल डालकर ठहरे हुए हैं। मेहंदी, बहालीपुरवा रंडौहा, बड़ागांव, भुलभुलिया, चकलुआ, लंगडीपुर, खांबी, भोलापुरवा, बसहा सहित कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।

Read more: Jammu-Kashmir के सोपोर में हुआ रहस्यमयी विस्फोट, दो बच्चों समेत चार की मौत

पुल कटने से बढ़ीं मुश्किलें

इस बार पहली ही बाढ़ में श्रीनगर के सामने पुल और इसके आगे रपटा पुल कटने से लोग नाव से ही निकल पा रहे हैं। शारदा नदी का जलस्तर बिजुआ क्षेत्र में थोड़ा कम हुआ है, लेकिन कटान तेज हो गया है। नयापुरवा और बेलहा सिकटिहा गांव में तेजी से कटान हो रहा है। रविवार से सोमवार तक नयापुरवा में कामता प्रसाद, त्रिवेनी प्रसाद और मैनावती के पक्के मकान कट गए। बेलहा सिकटिहा में शम्भूदयाल और अनिल कुमार के पक्के मकान नदी में समा गए हैं।

Read more: Delhi Coaching Centre हादसे पर बोले शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, लापरवाही को ठहराया जिम्मेदार

प्रशासन की चेतावनी

बेलहा सिकटिहा में बाढ़ खंड की ओर से कटानरोधी कार्य कराया जा रहा है, लेकिन नयापुरवा में कोई भी बचाव कार्य नहीं चल रहा है। ग्रामीण अपने घरों से घर-गृहस्थी का सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। बेलहा सिकटिहा के ग्रामीणों ने कटान रोकने के लिए सोमवार को शारदा नदी की पूजा-अर्चना की। एसडीएम कार्तिकेय सिंह ने बताया कि बनबसा से रिलीजिंग कम होने के चलते पानी कम हुआ है। बहाव में भी कुछ कमी आई है, लेकिन फिर भी सतर्कता बरतते हुए वाहन चालकों को पलिया-निघासन मार्ग से ही आवाजाही करने की सलाह दी गई है। बाढ़ का पानी कई मार्गों पर बह रहा है और गूम रास्ते पर भी पानी का तेज बहाव है। इसके बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर इन रास्तों से गुजर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है।

Read more: UP Assembly: राजा भैया ने छुए CM योगी के पैर, सदन में ये नजारा देख सब चौंके

बाढ़ में बहा युवक, अब तक अता-पता नहीं

फूलबेहड़ थाना प्रभारी आलोक धीमान ने बताया कि 20 जुलाई को एक युवक तेज बहाव में बह गया था, जिसका अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। लोग लगातार जान जोखिम में डालकर पानी भरे रास्तों से गुजर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से किसी तरह की रोक-टोक नहीं हो रही है। तटबंध पर बाढ़ राहत चौकी बनी है और सिपाही तथा लेखपाल की ड्यूटी लगाई गई है।

लखीमपुर खीरी में बाढ़ का यह कहर एक बार फिर से प्रशासन की तैयारी और ग्रामीणों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है। जहां एक ओर ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं, वहीं प्रशासन की ओर से पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं। आवश्यक है कि प्रशासन जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाए और बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ-साथ राहत सामग्री भी उपलब्ध कराए। इसके साथ ही, बाढ़ के कारण होने वाले नुकसान को कम करने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाई जाएं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटा जा सके।

Read more: UP Assembly: वित्त मंत्री Suresh khanna की शायरी से गूंजा सदन, खिलखिलाकर हंस पड़े योगी

Share This Article
Exit mobile version