विवादों में घिरी फिल्म ‘आदिपुरुष’, जाने क्यों फिल्म को लेकर भड़के प्रेम सागर

Laxmi Mishra
By Laxmi Mishra
फिल्म 'आदिपुरुष'
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  • 'आदिपुरुष' फिल्म पर भड़के प्रेम सागर
  • फिल्म 'आदिपुरुष'

मुंबई: फिल्म ‘आदिपुरुष’ एक बार फिर से विवादों में घिरती हुई नजर आ रही है.बताया जा रहा है कि, फिल्म रिलीज होने के बाद से लगातार महाकाव्य ‘रामायण’ के किरदारों और घटनाओं को फिल्म में गलत तरीके से दिखाने को लेकर दर्शक इसके खिलाफ अपनी नाराजगी जता रहे हैं. साथ ही इसी क्रम में रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है.

एक इंटरव्यू में प्रेम सागर ने कहा है कि, उनहोनें अबतक सिर्फ फिल्म ‘आदिपुरुष’ का टीजर ही देखा है. इसमें हनुमान जी का किरदार निभा रहे देवदत्त का डायलॉग ‘तेल तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की…’,देखकर ऐसा लगता है कि, ओम राउत ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ के जरिए मार्वल बनाने की कोशिश की है… वहीं प्रेम सागर ने एक पोस्ट शेयर किया है… जिसमें उन्होंने कैप्शन भी लिखा कि- ’50 साल तक भी रामानंद सागर जैसी बनाई हुई रामायण नहीं बन सकती… पापाजी का जन्म रामायण बनाने के लिए हुआ था।

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उन्हें रामायण को फिर से लिखने के लिए इस धरती पर भेजा गया था, जैसे वाल्मीकिजी ने इसे छंदों में लिखा था, तुलसीदासजी ने इसे अवध भाषा में लिखा था और पापाजी ने इसे इलेक्ट्रॉनिक युग में लिखा था…रामानंद सागर का रामायण एक ऐसा महाकाव्य था जिसे दुनिया ने एक्सपीरियंस किया और इसे लोगों के दिलों में कभी नहीं बदला जा सकेगा.’

रावण के किरदार को बताया गलत

वहीं उन्होंने कहा कि- रावण के किरदार के तौर पर सैफ अली खान के काले रंग को लेकर बात की. रावण बहुत विद्वान और ज्ञानी था और कोई भी उसे खलनायक के तौर पर पेश नहीं कर सकता..

क्रिएटिव फ्रीडम का इस्तेमाल गलत?
ग्रंथों में बताया गया है कि रावण ने जो भी किया, सिर्फ इसीलिए किया क्योंकि वह जानता था कि उसे भगवान राम के हाथों ही मोक्ष हासिल हो सकता है. वहीं जब रावण मरने वाला था, तब भगवान राम ने लक्ष्मण को रावण के चरणों में भेजा था ताकि वे उससे कुछ सीख ले सकें।

‘आदिपुरुष ने बदल दिए हैं सारे फैक्ट्स’

उन्होंने कहा कि अगर आपने आज की रामायण बनाई है तो इसे ब्रीच कैंडी और कोलाबा में दिखाओ, इसे दुनिया भर में मत दिखाओ और लोगों की भावनाओं को ठेस मत पहुंचाओ.

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