Fimmaker Shafi Death: मलयाली सिनेमा के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता शफी (Shafi) का शनिवार आधी रात को कोच्चि स्थित एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 56 वर्ष के थे। शफी की फिल्मों ने मलयाली दर्शकों को खूब हंसाया, और उनका योगदान सिनेमा जगत में अमिट रहेगा। उनका असली नाम रशीद एमएच था, और उन्होंने 16 जनवरी को स्ट्रोक आने के बाद अस्पताल में भर्ती होने के बाद कुछ दिनों तक गंभीर हालत में संघर्ष किया, जिसके बाद उनका निधन हो गया।
Read More: Chhava: रिलीज से पहले क्यों विवादों में घिरी ‘छावा’? मेकर्स से की बड़ी मांग…
फिल्म निर्माता एनएम बदूशा ने दी पुष्टि

शफी (Shafi) के निधन की पुष्टि फिल्म निर्माता एनएम बदूशा ने की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शफी की एक तस्वीर शेयर की और श्रद्धांजलि अर्पित की। बदूशा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा, “प्रिय निर्देशक शफी, जिन्होंने मलयाली लोगों को खूब हंसाया, का निधन हो गया। संवेदना।” शफी के निधन ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके चाहने वालों को गहरे शोक में डुबो दिया है।
कौशल और हास्य का अद्भुत मिश्रण

शफी (Shafi) मुख्य रूप से मलयालम सिनेमा में कॉमेडी फिल्मों के निर्देशन के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने 90 के दशक में निर्देशक राजसेनन के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम किया और 2001 में अपनी पहली फिल्म वन मैन शो के साथ निर्देशन की शुरुआत की। उनके निर्देशन में बनी फिल्में हमेशा दर्शकों का मनोरंजन करने में सफल रही। शफी के हास्य और सृजनात्मकता का मिश्रण उनकी फिल्मों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता था, जिसने उन्हें मलयालम सिनेमा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया।
रफी मेकार्टिन जोड़ी और परिवार
शफी (Shafi) के बड़े भाई रफी मेकार्टिन भी एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हैं, और दोनों ने कई सफल फिल्मों में एक साथ काम किया। शफी और रफी दिवंगत फिल्म निर्माता सिद्दीकी के भतीजे थे। शफी के निर्देशन में 10 से अधिक फिल्में आईं, जो दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाए हुए हैं। उनके द्वारा निर्देशित फिल्मों में अभिनय के साथ-साथ हास्य का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता था।
बेहतरीन फिल्मों का खजाना

शफी (Shafi) की कुछ बेहतरीन फिल्मों में क्ल्याणरमन (2002), पुलिवल कल्याणम (2003), थोम्मानम मक्कलम (2005), मायावी (2007), चटम्बिनाडु (2009) और टू कंट्रीज (2015) जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। इनमें से कई फिल्में आज भी दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उनका आखिरी निर्देशन 2022 में आनंदम परमानंदम शीर्षक से था, जिसमें शराफुद्दीन, इंद्रांस, अजु वर्गीस और बैजू संतोष जैसे अभिनेता मुख्य भूमिका में थे।
मलयाली सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति
शफी (Shafi) का निधन मलयाली सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी फिल्मों ने दर्शकों को न केवल हंसाया बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी दिए। उनकी यादें और फिल्मों का प्रभाव सिनेमा जगत में हमेशा बना रहेगा। शफी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, उनकी फिल्मों को हम हमेशा याद करेंगे।
Read More: Saif Ali Khan पर हमला: हमलावर के चेहरे का मिलान, एक्टर का बयान दर्ज.. क्या खुलेंगे नए राज?