Rahul Gandhi on Electoral Bond: देश में लोकसभा चुनाव का शोर है, हर तरफ पार्टियों की तैयारियों की होड़ भी दिख रही है,इस बीच सियासी माहौल भी काफी गर्म है, इस बीच इलेक्टोरल बॉन्ड पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ठाणे में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होनें इस दौरान कहा कि -“चुनावी बांड दुनिया का सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट है, राजनीतिक दलों को तोड़ने और विपक्षी सरकारों को गिराने के लिए धन चुनावी बॉन्ड से आया।”
“कांग्रेस सरकारों द्वारा दिए गए ठेकों और चुनावी बॉन्ड के बीच कोई संबंध नहीं”

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि- “चुनावी बॉन्ड देश का सबसे बड़ा जबरन वसूली रैकेट है, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई और ईडी जांच नहीं करते, वे भाजपा के लिए वसूली करते हैं, इसके बाद बीजेपी इन फंडों की मदद से पार्टियां तोड़ते हैं, ये राष्ट्र विरोधी गतिविधि है।”उन्होंने आगे कहा कि-” NCP को पैसे से तोड़ा गया है, बीजेपी राज्यों में जो सरकारें गिरा रही है, उसके लिए पैसा कहां से आ रहा है। बीजेपी ने पूरे पॉलिटिकल सिस्टम को कैप्चर कर लिया है, जांच एजेंसिया्ं अब जांच नहीं, बल्कि वसूली कर रही हैं, साथ ही कहा कि इससे बड़ी एंटी नेशनल एक्टिविटी नहीं हो सकती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्यों में कांग्रेस सरकारों द्वारा दिए गए ठेकों और चुनावी बॉन्ड के बीच कोई संबंध नहीं है।”
“देश में जो संस्थाएं हुआ करती थी, वो अब बीजेपी और आरएसएस की हथियार हैं”
इस दौरान कांग्रेस नेता ने ये भी कहा कि-” जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से कंपनियों से वसूली की जा रही है, बड़े ठेकों का शेयर लिया जा रहा है, कॉन्ट्रैक्ट देने से पहले चुनावी चंदा लिया जा रहा है, ये पूरा ढांचा पीएम मोदी ने तैयार किया है। इसके अलावा राहुल गांधी ने मिलिंद देवड़ा को लेकर कहा कि-” देवड़ा का बीजेपी में जाना कोई बड़ी बात नहीं है, मिलिंद देवड़ा और अशोक चव्हाण चले गए, लेकिन हमारी पार्टी बरकरार है, इसी पैसे का इस्तेमाल कर एनसीपी और शिवसेना को तोड़ा गया, इसी के साथ ही कहा कि-” हमारी पार्टी साफ सुथरी है, साथ ही कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक महाराष्ट्र में बंपर जीत हासिल करेगा।”

उन्होनें आगे कहा कि-” देश में जो संस्थाएं हुआ करती थी, वो अब बीजेपी और आरएसएस की हथियार हैं, इसलिए ये सब हो रहा है, अगर ये संस्थाएं अपना काम करतीं तो ये सब नहीं होता, साथ ही कहा कि इन सभी संस्थाओं को ये सोचना चाहिए कि एक न एक दिन बीजेपी की सरकार जाएगी, फिर कड़ी कार्रवाई होगी।”