ईद आज, मुस्लमान भाई नमाज अदाकर एक-दूसरें को देगें बधाई

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By suhani
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ईद-उल-अजहाः सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में बुध्दवार रात को चांद नजर आने के बाद आज गुरुवार 29 जून 2023 को दुनियाभर में ईद मनायी जायेगी। ईद-उल-अजहा को ” बकरीद ” का त्यौहार भी कहा जाता है। यह त्यौहार इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हर साल 12 महीनें मे होता है। और इसका धुल्ल हुज अंतिम महीना होता है। यह रमजान का महीना खत्म होने के 70 दिन बाद आता है।
ईद त्यौहार को बकरीद के नाम से जाना जाता है। जो इस्लाम में कुर्बानी के लिए जाना जाता है। इस दिन के खास मौके पर लोग अपने दोस्तों, अपने परिवार और अपने सगे- संबधियो से गले मिलकर शेर-ए-शायरी कहकर एक दूसरें को बकरीद की मुबारक बाद देते है।

ईद की नमाजः

आज के दिन ईद की नमाज पढ़ने के लिए सुबह- सुबह उठकर नहाने के बाद नए- नए कपड़े पहनते है। और उसके बाद अपने परिवार के साथ मस्जिदों या फिर ईदगाहों में जाकर ”ईद-उल-फितर” की नमाज पढ़ते है। उसके बाद सभी एक दूसरों को गले मिलकर ईद, अपनो के बड़ो के पैर छूकर शुभकामनाएं देते है। आज के दिन घर की महिलाएं सेवई के साथ-साथ अच्छे-अच्छे पकवान भी बनाते है। अपने अपने सगे संबधियो के घर जाकर सेंवई पीते है।

ईद पर क्यों दी जाती है जानवरों की कुर्बानीः

इस्लाम में कुर्बानी का बड़ा महत्व माना गया है। मुस्लमान के अनुसार- कुरान में कहा जाता है कि एक बार अल्ला ने हजरत इब्राहिम की परीक्षा लेना चाहा। उन्होने हजरत इब्राहिम को हुक्म दिया कि वह अपनी सबसे प्यारी चीज को कुर्बानी दे। हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत ईस्माइल से सबसे ज्यादा प्यार करते थे।
हजरत इब्राहिम को 80 साल के बाद औलाद नसीब हुई थी। और उनकी कोई दूसरी औलाद भी नही थी, इसीलिए अपने इकलौते बेटे की कुर्बानी देना बड़ा मुश्किल था। लेकिन हजरत इब्राहिम ने अल्ला के हुक्म को मानते हुए अपने बेटे की कुर्बानी देने को तैयार हो गए।
हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे को नहा-धुलाकर, नमाज अदा करने के बाद अपने बेटे की बलि देने के लिए गले पर छूरी चला दी। लेकिन जब इब्राहिम ने आंखे खोली तो उनका बेटा उनके बगल मे जिंदा खड़ा पाया। उसकी जगह पर एक बकरे जैसा शक्ल का जानवर कटा हुआ सामने पड़ा पाया। उसके बाद से ईद के मौके पर जानवर की कुर्बानी देने की प्रथा चली आ रही है। बकरे की कुर्बानी के समय बकरे को देखा जाता है कि उसमे कही कोई दाग तो नही है। जैसे कोई अंग तो कटा नही है, ऐसे जानवर की बलि नही दी जाती है।

ईद के मौके पर मुस्लमान भाईयो अखिलेश यादव ने बधाईः

ईद का चांद दिखने के बाद समाजवादी पाट्री के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देशवासियों को ईद-उल-फितर की बधाई दी और उनके सुख- समृध्दि की कामना की है।

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