Loksabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत ही कम समय बचा है.चुनाव आयोग इस महीने के अंत तक चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. ऐसे में सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिम रुप देने में लगी हुई है. इसी बीच लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुंची. सूत्रों के हवाले से खबर सामने आई है कि चुनाव आयोग की 13 सदस्यीय टीम ने अपने दौरे के पहले दिन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए जरूरी संसाधनों की व्यवस्थाओं पर चर्चा की है.
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चुनाव आयोग ने आचार संहिता की याद दिलाई
एक ओर जहां सभी पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रुप देने में लगी हुी है, वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने आचार संहिता की याद दिलाते हुए सभी पार्टियों को चेतावनी दी है. चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों को सचेत करते हुए ये हिदायत दी है कि उल्लंघन करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आम चुनाव 2024 के मुद्दों में ईसीआई ने राजनीतिक पार्टियों को सार्वजनिक प्रचार अभियान में शिष्टाचार बनाए रखने के लिए चेतावनी देते हुए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आचार संहिता यानी एमसीसी के उल्लंघन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात फिर से दोहराई.
राजनीतिक दलों को EC की हिदायत
आपको बता दे कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को इस बात की हिदायत दी है कि चुनाव प्रचार में धर्म, जाति और गलत बयानबाजी से वह दूर रहें. सिर्फ मुद्दों की ही बात करें. इसी कड़ी में चुनाव आयोग ने कहा कि इसका पालन न करने पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को लेकर सख्त कार्रवाई के लिए विवश होना पड़ेगा. आयोग ने इस दौरान राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों और प्रत्याशियों से प्रचार के दौरान संयमित होकर बोलने की सलाह दी है.
प्रचार के गिरते स्तर पर चिंता जताई
आयोग ने इस दौरान प्रचार के गिरते स्तर पर चिंता भी जताई और कहा कि पिछले कुछ चुनावों ने उन्हें यह देखने को मिल रहा था कि राजनीतिक दल मुद्दों की जगह एक-दूसरे के खिलाफ गलत बयानबाजी और समाज में द्वेष फैलाने के लिए भड़काऊ बयानबाजी कर रहे थे, जो ठीक परंपरा नहीं है. आयोग ने कहा,अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब तथ्यों के साथ अपनी बात को सही तरीके से रखना होता है.
सोशल मीडिया को लेकर किया सचेत
आज के समय में सोशल मीडिया प्रचार-प्रसार के लिए सबसे ज्यादा जनता को लुभाने वाला माध्यम है, जिसको लेकर भी चुनाव आयोग ने चिंता जताई है. चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया पर आए दिन आने वाली पोस्ट बिना पुष्टि या जांच के फॉरवर्ड करने से बचें. चुनाव प्रचार सभा, जलसे या रोड शो आदि के दौरान किसी भी धार्मिक या उपासना स्थल मसलन, मंदिर, मस्जिद, गिरजा, गुरद्वारा या मठ आश्रम से वोटरों को किसी किस्म की अपील या बयान ना करें.
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