Earthquake in Maharashtra:महाराष्ट्र के हिंगोली से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां आज सुबह 7 बजकर 14 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई। वहीं इसकी जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने दी है। बताया जा रहा है कि भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि लोग सोते हुए उठ गए। जिसके बाद लोग घरों के बाहर निकल आए।
कुछ महीने पहले भी हिंगोली शहर में 10 मिनट के अंतराल में दो भूकंप आए थे। वहीं पहला झटका सुबह लगभग 06.08 बजे महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई।दूसरा भूकंप सुबह करीब 6 बजकर 19 मिनट पर महसूस किया गया।
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3.6 रही थी तीव्रता
आपको बता दें कि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि 10 किमी की गहराई पर रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। इस घटना में भी किसी के हताहत होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई थी।
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क्यों आता है भूकंप?
भूकंप के कारण मुख्यतः भूगर्भीय प्लेटों के आपसी टकराव और गतियों के परिणामस्वरूप होते हैं। ये प्लेटें पृथ्वी की चार प्रमुख परतों – इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल, और क्रस्ट – के भीतर स्थित होती हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं या खिसकती हैं, तो पृथ्वी के नीचे कंपन उत्पन्न होता है जिसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं। भूकंप की तीव्रता और उसके झटकों का विस्तार इस बात पर निर्भर करता है कि प्लेटों की गतियाँ कितनी तेज़ और मजबूत हैं। हालाँकि ग्लोबल वॉर्मिंग का भूकंप पर सीधा प्रभाव नहीं होता, लेकिन यह अन्य पर्यावरणीय और भूगर्भीय गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है।
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कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता?
रिक्टर स्केल के जरिए भूकंप की तीव्रता का पता लगाया जाता है। रिक्टर स्केल पर 1 से 9 तक भूकंप के झटकों को मापते हैं। भूकंप के दौरान पृथ्वी के नीचे से ऊर्जा तरंगे निकलती है जिसे रिक्टर स्केल के जरिए मापते हैं।इसी से पता चलता है कि भूकंप की तीव्रता कितनी थी और इसका केंद्र कहा था