Door Vastu Dosh: वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता है। इसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर एक चीज़ को लेकर नियम और कायदें बताए गए हैं। जिनका पालन करने से लाभ की प्राप्ति होती है। लेकिन अनदेखी समस्याओं को पैदा करती है। वास्तु की मानें तो घर के प्रवेश द्वार से जुड़ी कुछ गलतियां व्यक्ति को कंगाल बना सकती है, तो हम आपको अपने इस लेख द्वारा घर के मुख्य द्वार से जुड़े वास्तु नियम बता रहे हैं।
Read more: Vastu Tips: घर की इस दिशा में बनी रसोई कर देगी बीमार और कंगाल, तुरंत करें सुधार…
प्रवेश द्वार से जुड़े वास्तु नियम:
जूते चप्पलों का ढेर
वास्तुशास्त्र की मानें तो घर के प्रवेश द्वार के ठीक सामने या आस पास भूलकर भी जूते चप्पलों का ढेर नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मकता प्रभावित होती है जिससे वहां रहने वाले लोगों को परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
सीढ़ी खम्भा
वास्तु की मानें तो प्रवेश द्वार के सामने सीढ़ी, खम्भा या फिर दीवार नहीं होना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है। जिससे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
प्रवेश द्वार का रंग
आपको बता दें कि घर के प्रवेश द्वार का रंग हल्का होना चाहिए। काले रंग का दरवाजा नकारात्मकता पैदा करता है। ऐसे में सफेद, हल्का पीला, क्रीम या हल्का हरा रंग अधिक शुभ माना जाता है।
गलत दिशा
वास्तु अनुसार घर का प्रवेश द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना शुभ माना जाता है। लेकिन दक्षिण दिशा में दरवाजा होने से उन्नति में बाधा आती है और आर्थिक परेशानियां उठानी पड़ती है।
प्रवेश द्वार पर अंधेरा
घर के प्रवेश द्वार पर हमेशा अच्छी रौशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। वास्तु अनुसार अगर मुख्य द्वार पर अंधेरा होता है तो इससे नकारात्मकता प्रभावित होती है जो जीवन में समस्याएं पैदा करती है।
साफ सफाई का ध्यान
घर के प्रवेश द्वार के आस पास गंदगी या कचना नहीं होना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इससे लक्ष्मी का प्रवेश घर में नहीं होता है जिससे आर्थिक परेशानियां उठानी पड़ सकती है।
दूसरा दरवाजा
वास्तु अनुसार घर के प्रवेश द्वार के आस पास कोई दूसरा दरवाजा नहीं होना चाहिए। मान्यता है कि इससे ऊर्जा बट जाती है और घर का संतुलन बिगड़ता है।