Porn star hush money case : न्यूयॉर्क की एक अपील कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर से झटका दिया है। कोर्ट ने चुप रहने के लिए पैसे देने के आपराधिक मामले में ‘गैग ऑर्डर’ को खत्म करने की ट्रंप की मांग को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही, कोर्ट ने यह भी ठुकरा दिया कि मई में ट्रंप को दोषी ठहराए जाने के बाद ‘परिस्थितियों में बदलाव’ के आधार पर गैग ऑर्डर को हटाया जाए।
राज्य की मध्य-स्तरीय अपील कोर्ट के पांच जजों के पैनल ने ट्रायल जज जुआन एम मर्चेन के फैसले को सही ठहराया, जिन्होंने ट्रंप को सजा सुनाए जाने तक गैग ऑर्डर के कुछ हिस्सों को बढ़ाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि न्याय के निष्पक्ष प्रशासन में सजा सुनाना भी शामिल है।
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गैग ऑर्डर का महत्व
गैग ऑर्डर का उद्देश्य है कि ट्रंप और उनके सहयोगी मुकदमे के दौरान मामले के विवरण को सार्वजनिक रूप से न साझा करें, ताकि न्यायिक प्रक्रिया पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। कोर्ट का यह निर्णय इस बात को स्पष्ट करता है कि न्यायिक प्रक्रिया के निष्पक्षता की रक्षा के लिए इस प्रकार के आदेश आवश्यक हो सकते हैं।
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ट्रंप का तर्क
ट्रंप ने तर्क किया था कि दोषी ठहराए जाने के बाद स्थिति में बदलाव हुआ है, जिससे गैग ऑर्डर को समाप्त करने की आवश्यकता हो गई है। कोर्ट ने इस तर्क को खारिज कर दिया, यह मानते हुए कि ट्रायल के दौरान निष्पक्षता बनाए रखना आवश्यक है।
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अधिकारियों की प्रतिक्रिया
अपील कोर्ट के इस फैसले से ट्रंप और उनके कानूनी टीम की निराशा को बढ़ावा मिला है। हालांकि, न्यायपालिका का यह निर्णय ट्रंप के खिलाफ आरोपों की गंभीरता और केस की प्रकृति को उजागर करता है।
यह मामला अमेरिकी न्याय प्रणाली में पूर्व राष्ट्रपति के विशेष अधिकारों और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के जटिल पहलुओं को दर्शाता है