Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर कांड के बाद विरोध प्रदर्शन में जुटे डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया है। करीब 41 दिनों के बाद डॉक्टर काम पर लौट रहे हैं हालांकि अभी केवल इमरजेंसी सेवाएं ही शुरु की जाएंगी ओपीडी सेवा बंद रहेगी। डॉक्टरों ने आंशिक रुप से काम पर लौटने की बात कही है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में 9 अगस्त के बाद से डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
आंदोलन कर रहे डॉक्टर काम पर लौटे

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से लगातार काम पर लौटने की अपील कर रही थी इससे पहले उन्होंने डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात भी की थी। सुप्रीमकोर्ट ने भी डॉक्टरों को काम पर लौटने का आदेश दिया था सीएम ममता बनर्जी ने डॉक्टरों को अपने आवस पर बुलाकर उनके साथ एक बैठक की थी जहां सीएम ने डॉक्टरों की सभी मांगों को सुनकर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।
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सीएम ममता बनर्जी से मांगों को लेकर की थी मुलाकात
जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी सरकार ने डॉक्टरों की 15 में से 10 मांगों को मान लिया है ममता बनर्जी ने विरोध कर रहे डॉक्टरों को भरोसा दिलाया है कि,महिला डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर कांड के जो भी आरोपी साबित होंगे उनको सख्त सजा दी जाएगी।आपको बता दें कि,8 अगस्त की रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप की वारदात हुई थी इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी मृतका आरजी कर मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और ट्रेनी डॉक्टर थी।
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मुख्य सचिव ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के दिए निर्देश

सीएम ममता बनर्जी की प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मुलाकात के बाद मुख्य सचिव ने गुरुवार को सभी सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने संबंधी निर्देश जारी किए थे।अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था,इमरजेंसी की स्थिति में पैनिक बटन लगाने,आंतरिक शिकायत कमेटी व अन्य कमेटियों को भी एक्टिव रखने,हेल्पलाइन चालू करने,पर्याप्त संख्या में अस्पतालों में पुलिस की तैनाती,महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने और रात के समय अस्पतालों में स्थानीय थाने की पुलिसकर्मियों के गश्त करने संबंधी आदेश जारी किए थे।
हालांकि ड्यूटी पर लौटे आंदोलनकारी डॉक्टरों का कहना है कि,उनकी लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है आंदोलन के दौरान बहुत कुछ हमने देखा और हासिल किया कई चीजें अभी भी अधूरी रह गई हैं इसलिए लंबी लड़ाई लड़नी है।