Kolkata Rape Case मामले में डॉकटरों का विरोध जारी, स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर आज मरीजों का करेंगे इलाज

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
Kolkata Rape Case

Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या (Kolkata Doctors Rape Case) के मामले में न्याय की मांग को लेकर डॉक्टरों का आंदोलन अभी भी जारी है। देश के अलग-अलग जगहों में आज भी डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। एम्स और दिल्ली के अन्य अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने 19 अगस्त से निर्माण भवन में स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने सड़क पर मुफ्त ओपीडी सेवाएं देने की घोषणा की है। आपको बता दें इससे पहले कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या करने के विरोध में कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में सैकड़ों महिलाएं रविवार रात ‘रिक्लेम द नाइट’ अभियान दोहाराते हुए सड़कों पर उतर आयी थी। उनका बस एक एक मसद यही और वो है पीड़िता के लिए न्याय की मांग।

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मामले में सियासी खेल जारी

अगर गौए से देखा जाये तो मामले पर सियासत भी जारी है। भाजपा ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने भी कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में हुए इस घिनौने अपराध का स्वतः संज्ञान में लिया है। अदालत 20 अगस्त यानी मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई करेगी। आपको बता दें कि चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ इस मामले को सुनेगी।

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जब तक पूर्ण सुरक्षा नहीं, तबतक जारी रहेगी हड़ताल

एम्स और दिल्ली के अन्य अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर 19 अगस्त से निर्माण भवन में स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने सड़क पर मुफ्त ओपीडी सेवाएं देने की घोषणा की है। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रेस रिलीज के द्वारा यह जानकारी दी है। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने अपने बयान में कहा कि जब तक केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के माध्यम से अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाता है, तब तक वे निर्माण सदन में मुफ्त सेवाएं देते रहेंगे और मोर्चा जारी रहेगा। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सरकार से उनकी याचिका स्वीकार करने और स्वास्थ्यकर्मियों की पूर्ण सुरक्षा के लिए अध्यादेश लाने का भी आग्रह किया है। उनके बयान में कहा गया है कि, “हम सरकार से स्वास्थ्यकर्मियों और संस्थानों की सुरक्षा के लिए तत्काल केंद्रीय अध्यादेश लाने की हमारी याचिका को स्वीकार करने का आग्रह कर रहे हैं।”

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सीबीआई संभाल रही कमान

कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए इस अपढ़ को लेकर पूरे देश एकजुटता के साथ राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी है। अब यह मामला सीबीआई के पास चला गया है। कोलकाता पुलिस से मामले को अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने 18 अगस्त को आरोपी संजय रॉय पर मनोविज्ञान परीक्षण भी किया। इसके अलावा कोलकाता पुलिस ने अस्पताल के आसपास भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163(2) लागू कर दी है। सिर्फ इतना ही नहीं सीबीआई को मृतक डॉक्टर की डायरी भी मिली है, जो घटना स्थल से बरामद हुई थी। डायरी में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दर्ज हैं। इस मामले में अभी और भी कई राज खुलने की आशंका है।

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