Diwali 2024: इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दीवाली का त्योहार अपने खास अंदाज में मना रहे हैं। देशभर में जहां लोग अपने घरों में दीवाली मना रहे हैं, वहीं पीएम मोदी एक बार फिर सीमाओं पर तैनात भारतीय सेना के जवानों के बीच रहकर इस पर्व की खुशियां बांटने जा रहे हैं। इस बार का उनका ठिकाना गुजरात का कच्छ क्षेत्र है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सैनिकों के साथ दीवाली मना रहे हैं।
Read more: Ayodhya Deepotsav 2024: सीएम योगी ने की रामलला की आरती,राम दरबार की अलौकिकता को देख हुए मंत्रमुग्ध
दशकों से निभा रहे परंपरा
प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह कोई नई परंपरा नहीं है, बल्कि वह वर्षों से जवानों के साथ इस खास दिन को मना रहे हैं। पीएम मोदी को हमेशा से सेना के प्रति खास प्रेम और जुड़ाव रहा है। उन्होंने साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद सियाचिन में पहली बार सैनिकों के साथ दीवाली मनाई थी। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी वह जवानों के साथ समय बिताते रहे हैं। उनके इस कदम से सैनिकों का मनोबल भी ऊंचा होता है और पीएम के प्रति उनका खास लगाव भी देखने को मिलता है।
बचपन का सपना था सैनिक बनना
प्रधानमंत्री मोदी का सेना से यह लगाव यूं ही नहीं है। बचपन में वह खुद एक सैनिक बनकर देश की सेवा करना चाहते थे। उनके मन में भारतीय सेना के प्रति सम्मान की भावना शुरू से ही थी। उन्होंने गुजरात के जामनगर में स्थित सैनिक स्कूल में पढ़ने का सपना देखा था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
जवानों के लिए दीवाली का अलग ही महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का यह प्रयास जवानों के जीवन में एक नई रोशनी और हौसला भरता है। सीमाओं पर तैनात हमारे वीर जवान अपने घरों से दूर रहकर देश की सुरक्षा में लगे रहते हैं। इस दौरान पीएम मोदी के पास आना, उनके साथ समय बिताना, जवानों के लिए अनमोल होता है। प्रधानमंत्री के साथ दीवाली मनाने का यह अवसर उन्हें यादों में बसा रहता है।
कहां-कहां मनी पीएम मोदी की दीवाली?
प्रधानमंत्री बनने के बाद से पीएम मोदी ने अपनी दीवाली हर बार जवानों के बीच मनाई है। आइए, जानते हैं कि उन्होंने हर साल कहां-कहां जाकर जवानों के साथ दीवाली का जश्न मनाया:
2014: सियाचिन में सेना के जवानों के साथ दिवाली।
2015: पंजाब में तीन युद्ध स्मारकों का दौरा कर सैनिकों को सम्मान दिया।
2016: हिमाचल प्रदेश के चीन सीमा के पास ITBP और डोगरा स्काउट्स के जवानों संग दीवाली।
2017: कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सैनिकों के बीच दीवाली मनाई।
2018: उत्तराखंड के हर्षिल में बीएसएफ के जवानों संग पर्व मनाया।
2019: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में भारतीय सेना के जवानों के साथ।
2020: लोंगेवाला में सीमा चौकी पर पहुंचकर जवानों संग दीवाली का जश्न।
2021: जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में जवानों के साथ त्योहार मनाया।
2022: कारगिल में तैनात सैनिकों के साथ दीवाली की खुशियां बांटी।
2023: एक बार फिर कच्छ में जाकर जवानों के साथ रोशनी का त्योहार मनाने का निर्णय।
रक्षा मंत्री भी पहुंचे तवांग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस बार अरुणाचल प्रदेश के तवांग में जवानों के साथ दीवाली मना रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वे तेजपुर स्थित मेघना स्टेडियम में जवानों के साथ डिनर भी करेंगे और दीपावली का पर्व मनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम से न केवल राष्ट्रवाद का संदेश मिलता है, बल्कि उनके जवानों के प्रति गहरे लगाव और सम्मान की भावना भी झलकती है। उनके जवानों के साथ यह समय बिताना न केवल उनके साथ एकजुटता को दर्शाता है, बल्कि इस तरह के अनूठे संबंधों का प्रतीक भी बनता है।