शासन प्रशासन से गुहार के बावजूद अब तक नहीं मिला पीड़ित परिवार को न्याय…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

रायबरेली संवाददाता- बलवंत सिंह

रायबरेली: एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज द्वारा प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार अपराध एवं अपराधियों को जड़ से समाप्त करने हेतु अथक प्रयास किया जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तहसील व थाना स्तर पर की जा रही गैर जिम्मेदाराना पूर्ण कार्यप्रणाली उदासीनता व पक्षपात पूर्ण रवैया के कारण अपराधियों एवं दबंग का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है। और वह अपने धन बल के सहारे किसी की भूमि पर जबरन कब्जा कर ले रहे।

अधिकारियों तक का कोई भय नहीं रह गया…

शासन व प्रशासन उनके लिए कुछ भी नहीं है लालगंज थाना प्रभारी एवं डलमऊ राजस्व कर्मी योगी सरकार की मंशा के आदेश निर्देश के विरुद्ध कार्य कर गरीब एवं असहाय व्यक्तियों की पैतृक भूमि पर भी कब्जा कराकर शासन की उज्जवल छवि को धूमिल करने से बाज नहीं आ रहे। उन्हें कानून व लोकप्रिय उत्तर प्रदेश सरकार एवं अपने उच्च अधिकारियों तक का कोई भय नहीं रह गया है ।वह बेखौफ होकर व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनी मर्जी के अनुसार गैर कानूनी कार्य कर रहे हैं।

मामला डलमऊ तहसील क्षेत्र के हसनापुर ग्राम पंचायत का है। जहां पंचीपुरवा निवासी शिव बालक ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हम 10 वर्षों से अपनी भूमिधरी जमीन पर कब्जा पाने के लिए तहसील प्रशासन व उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।पीड़ित ने बताया कि गाटा संख्या 406 पर हसनापुर गांव के ही दबंग भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से मेरी भूमिधरी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।

देवरिया जैसा कांड रायबरेली में भी दोहराना चाहता है…

लेकिन दबंग भूमाफियाओं के आगे तहसील प्रशासन भी बेबस और लाचार नजर आ रहा है। दबंग भूमाफियाओं द्वारा पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी भी दिया जा रहा है। इन दबंग भूमि माफियाओं से आहत होकर पीड़ित परिवार डरा सहमा एवं बेबस नजर आ रहा है।लेकिन भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों की कार्यशैली से पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला। दबंग भूमि माफिया जबरन पीड़ित युवक की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। क्या देवरिया जैसा कांड रायबरेली में भी दोहराना चाहता है।

डलमऊ तहसील का प्रशासन। पीड़ित युवक ने जिला अधिकारी हर्षिता माथुर से मिलकर अवगत कराया लेकिन जिला अधिकारी महोदय ने जांच कर मामले को निस्तारित के लिए आदेशित तो कर दिया लेकिन पीड़ित को न्याय की आस नजर नहीं आ रही है। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर का आदेश भी कागजों पर ही सिमट कर रह गया।आखिर क्यों नहीं मिल रहा समय रहते पीड़ित को न्याय।

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