लखनऊ: SGPGI में हुए अग्निकांड के बाद बुधवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल पहुंच कर मरीजों का हाल-चाल जाना। दुर्घटनास्थल पर चिकित्साधिकारियों के साथ पहुंच कर प्रकरण की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराई जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। राजधानी स्थित पीजीआई पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीधे घटनास्थल का रुख किया और अस्पताल प्रबंधन से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
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जांच रिपोर्ट आने के बाद घटना के कारणों का पता चलेगा
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि फिलहाल दुर्घटनास्थल को सील कर दिया गया है। साफ-सफाई कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के कारणों का पता चलेगा। इसके सात ही उन्होंने बताया कि पीजीआई सहित प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों एवं ऑपरेशन थियेटरों का फायर ऑडिट कराया जा रहा है।
SGPGI ने जारी किया बयान
आपको बता दे कि SGPGI द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह घटना तब हुई जब एक मॉनिटर में चिंगारी निकली जिसके कारण आग पहले वर्कस्टेशन और फिर पूरे ऑपरेशन थिएटर में फैल गई। ऑपरेशन विंग में भर्ती सभी मरीजों को पोस्ट-ऑपरेटिव आईसीयू में ले जाया गया। अस्पताल ने कहा कि अग्निशमन प्रणाली तुरंत सक्रिय हो गई और आग पर काबू पा लिया गया था।
SGPGI के ओपीडी में भीषण आग लगी
18 दिसंबर को लखनऊ के SGPGI के ओपीडी में भीषण आग लगी, जिसकी वजह से वहां अफरी तपरी मच गई। आग लगने के कारण दो कर्मचारी गंभीर रुप से घायल हो गए, जबकि एक महिला की मौत हो गई। सभी घायलों का इलाज चल रहा है। दमकल विभाग की आधा दर्जन गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था। ऐसा बताया जा रहा है कि वेंटिलेटर के फटने से आग लगी। हालांकि इस बाबत कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिल पाई है। आग लगते ही अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल बन गया। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस मामले पर कहा कि एसजी पीजीआई में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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