Delhi Election Results: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव के परिणाम शनिवार, 8 फरवरी को घोषित कर दिए गए। भाजपा ने 27 साल बाद दिल्ली में अपनी वापसी की और 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की। इस बड़ी जीत के साथ भाजपा ने दिल्ली में बहुमत प्राप्त किया और आम आदमी पार्टी (आप) को करारी हार का सामना करना पड़ा। आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी को चुनावी परिणामों में कोई बड़ी सफलता नहीं मिल पाई, जबकि भाजपा ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
मुख्यमंत्री आतिशी ने सौंपा इस्तीफा

बताते चले कि दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly elections) में मिली हार के बाद, मुख्यमंत्री आतिशी ने सुबह 11 बजे अपना इस्तीफा दिल्ली के राज्यपाल को सौंप दिया। आतिशी ने कालकाजी सीट से जीत दर्ज की, लेकिन बाकी सभी प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। इस्तीफा सौंपने के बाद वह अपने आवास से राज निवास तक पहुंची और वहां राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस कदम ने दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया है, जहां अब सत्ता परिवर्तन की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

बीजेपी की शानदार जीत के बाद, पार्टी अब मुख्यमंत्री के चेहरे पर विचार कर रही है। पार्टी आलाकमान जल्द ही विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला कर चुका है, जिसमें मुख्यमंत्री का चुनाव किया जाएगा। इस समय भाजपा के भीतर मुख्यमंत्री के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जिनमें से प्रमुख नाम प्रवेश वर्मा का है। प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराया है, जिससे वह मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
इसके अलावा, अगर भाजपा किसी सिख चेहरे को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोत्साहित करती है, तो मनजिंदर सिंह सिरसा का नाम भी चर्चा में है। वहीं, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र सचदेवा का भी नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल है।
दिल्ली सरकार में मंत्री पद के लिए नेताओं के नाम पर विचार

भा.ज.पा. की नई सरकार में मंत्री पद के लिए भी कई नाम सामने आ रहे हैं। पूर्वांचल को ध्यान में रखते हुए, भाजपा नेता कपिल मिश्रा को दिल्ली की नई कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा, महिला उम्मीदवारों की बात करें तो रेखा गुप्ता का नाम मंत्री पद के लिए सामने आ रहा है। भाजपा के आशीष सूद का नाम भी मंत्री पद के लिए लिया जा रहा है। जनकपुरी से विधायक आशीष सूद को लेकर विचार किया जा रहा है कि उन्हें मंत्री बनाया जाए।
भाजपा की रणनीति और सरकार गठन की प्रक्रिया
भा.ज.पा. के लिए दिल्ली में अब सत्ता स्थापित करना और सरकार का गठन करना एक महत्वपूर्ण चुनौती बन गया है। इसके लिए पार्टी को अब नए नेतृत्व और मंत्रियों का चयन करना है। अगले कुछ दिनों में विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री और मंत्रियों का चयन किया जाएगा, जिसके बाद दिल्ली की राजनीतिक दिशा तय होगी। यह चुनाव परिणाम दिल्ली की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत को दर्शाते हैं, जहां भाजपा ने सत्ता पर काबिज होकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जबकि आम आदमी पार्टी को इस बार बुरी हार का सामना करना पड़ा है।
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