Delhi Coaching Centre: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajendra Nagar) स्थित एक कोचिंग संस्थान (Coaching Centre) के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण तीन UPSC की तैयारी कर रहे छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद से दिल्ली में लगातार छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ओल्ड राजेंद्र नगर के राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य कई लोगों को हिरासत में लेकर मामले की पूछताछ की जा रही है। विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि पूछताछ और जांच से जिनकी भी भूमिका का पता लगेगा, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
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अंबेडकरनगर की रहने वाली थी श्रेया
दिल्ली की राव IAS कोचिंग में पानी भरने से डूबकर जिन तीन छात्रों की मौत हुई है, उनमें से एक अंबेडकरनगर जिले की निवासी थी। दिल्ली के राजेंद्र नगर में चलने वाली कोचिंग में कल देर शाम अचानक पानी भर जाने से हादसा हो गया था। पानी में डूबकर तीन छात्रों की मौत हुई थी। एनडीआरएफ (NDRF) टीम ने तीनों शव बरामद कर लिए। इनमें से एक की पहचान अंबेडकरनगर जिले के अकबरपुर तहसील के हाशिमपुर बरसावां निवासी श्रेया यादव के तौर पर हुई है। बताया जाता है कि परिजन दिल्ली रवाना हो गए हैं।
गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस घटना के तहत गैर इरादतन हत्या की धारा 105 के तहत केस दर्ज कर लिया है। इस बीच दिल्ली सरकार ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली फायर डिपार्टमेंट को शनिवार शाम 7 बजे कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली थी। एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। पानी इतना भर गया था कि लोगों को बचाने के लिए गोताखोरों को पानी में उतरना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद तीन छात्रों के शवों को निकाला गया।
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घटना का विवरण
दरअसल, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajendra Nagar) स्थित सिविल सर्विस की तैयारी कराने वाले राव IAS स्टडी सेंटर के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पानी भरने से दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई। मूसलाधार बारिश के चलते मुख्य रोड पर पानी भर गया और तल नीचे होने से ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित सेंटर के बेसमेंट में भी पानी भरने लगा। इस दौरान पढ़ाई कर रहे प्रतियोगी छात्र-छात्राएं जान बचाने के लिए सीढ़ी के रास्ते भागने लगे।
इस बीच कई छात्र-छात्राएं वहां फंस गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। एक छात्रा की पहचान तेलंगाना की तान्या के रूप में हुई है। दो अन्य की भी पहचान हो गई है। इनमें नेविन डालविन और श्रेया यादव शामिल हैं। नेविन केरल का रहने वाला था और जेएनयू से पीएचडी भी कर रहा था। करीब आठ महीने से वह सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। श्रेया यादव यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थी। पुलिस ने उनके परिवारों को सूचित कर दिया है। सूचना मिलने पर परिवार में मातम छा गया। श्रेया का परिवार दिल्ली के लिए रवाना हो चुका है।
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सुरक्षा मानकों की अनदेखी
इस घटना के बाद से छात्रों में गुस्सा फूट पड़ा है। लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। पक्ष- विपक्ष के बयानबाजी जारी है। मगर इस घटना ने एक बार फिर से दिखा दिया है कि अवैध निर्माण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी कितनी घातक हो सकती है। कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा के उपायों की कमी से ऐसी त्रासदी होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। इस घटना से हमें सीख लेनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों और सुरक्षा उपायों की अनदेखी को तुरंत रोका जाए। सरकार और संबंधित अधिकारियों को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें। दिल्ली के कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा सुनिश्चित करना अब अत्यंत आवश्यक हो गया है।
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए इस दर्दनाक हादसे ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अवैध निर्माण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर कोचिंग सेंटरों में सुधार आवश्यक है। यह घटना हमारे सामने एक चेतावनी है कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति हो सकती है। प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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