Delhi CM Oath Ceremony: दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतकर बीजेपी ने 27 सालों बाद सत्ता में वापसी की है. बीजेपी की ओर सीएम कौन होगा इसको लेकर अभी तक सस्पेंस बरकरार है. दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को शाम 4:30 बजे रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। शपथ ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनके नए कैबिनेट सदस्य भी शपथ लेंगे। समारोह की तैयारी रामलीला मैदान में शुरू हो गई है और इसे लेकर सभी जरूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
बीजेपी की अहम बैठक में शपथ ग्रहण की तारीख पर चर्चा

आपको बता दे कि, शपथ ग्रहण और सरकार गठन से पहले आज बीजेपी की बैठक आयोजित होगी, जिसमें विधायक दल की बैठक का समय और तारीख तय की जाएगी। बैठक में शपथ ग्रहण समारोह के इंचार्ज विनोद तावड़े और तरूण चुग शामिल होंगे। इसके अलावा दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और पार्टी के अन्य संगठन के पदाधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे, जहां शपथ ग्रहण की तैयारियों, सीटिंग अरेंजमेंट और गेस्ट लिस्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत
बीजेपी ने 5 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है और पार्टी 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में आई है। बीजेपी ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को 22 सीटें मिलीं। चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित हुए थे और अब विपक्षी पार्टियां शपथ ग्रहण समारोह में हो रही देरी पर सवाल उठा रही हैं।
विपक्ष ने शपथ ग्रहण में देरी पर सवाल उठाए

कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने शपथ ग्रहण में हो रही देरी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, “दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हुए दस दिन हो गए हैं। दिल्लीवासियों ने उम्मीद की थी कि 10 फरवरी को शपथ ग्रहण होगा और फिर काम शुरू होगा, लेकिन अब तक कोई हलचल नहीं हुई है। यह बीजेपी की अंदरूनी असमर्थता को दर्शाता है कि उनके पास मुख्यमंत्री का चेहरा ही नहीं है।”
मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में तगड़ी टक्कर

दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी में कई नेता दावेदार हैं। इनमें प्रवेश वर्मा, दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय का नाम शामिल है। प्रवेश वर्मा ने हाल ही में नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल को हराया है और वह जाट बिरादरी से आते हैं, जिससे उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
बीजेपी नेतृत्व का नवनिर्वाचित विधायकों पर दांव?
बीजेपी में कई नेताओं का मानना है कि पार्टी का नेतृत्व राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की तरह दिल्ली के नए विधायकों में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर सकता है। इस तरह की रणनीति बीजेपी के लिए नई हो सकती है, लेकिन यह भी संभव है कि पार्टी खुद में एक नया चेहरा प्रस्तुत करने की योजना बना रही हो।