Delhi Bomb Threat: दिल्ली (Delhi) के प्रतिष्ठित अस्पतालों एम्स, अपोलो, फोर्टिस, और सर गंगाराम समेत कई नामी अस्पतालों को बम धमाके (Bomb Threat) की धमकी भरा ईमेल मिला है. इस ईमेल में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दोपहर 12 बजकर 4 मिनट पर धमाका होगा. इस धमकी भरे ईमेल के बाद अस्पतालों में हड़कंप मच गया और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं. दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी संबंधित अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है.
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तलाशी अभियान शुरू

आज जैसे ही अस्पतालों को धमकी भरे ईमेल मिले, अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी. दिल्ली दमकल सेवा (DFS) के एक अधिकारी के अनुसार, दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर नांगलोई स्थित एक अस्पताल से और फिर 1 बजकर 7 मिनट पर चाणक्यपुरी के प्राइमस अस्पताल से धमकी की सूचना मिली. इन सूचनाओं के मिलते ही दमकल की गाड़ियां, बम निरोधक दस्ते, और पुलिस मौके पर पहुंच गए और तलाशी अभियान शुरू कर दिया.
एम्स और अपोलो समेत अन्य अस्पतालों को धमकी

आपको बता दे कि दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के सूत्रों के अनुसार, दिल्ली एम्स, अपोलो, और अन्य बड़े अस्पतालों को भी धमकी भरे ईमेल मिले हैं. इन धमकियों के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने सभी अस्पताल परिसरों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया है. हालांकि, अभी तक किसी भी संदिग्ध वस्तु के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है.
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पहले भी मिल चुकी हैं इस तरह की धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब को इस तरह की धमकी मिली है. इससे पहले भी कई बार ऐसे धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं, जिनमें बम धमाके की चेतावनी (Bomb Blast Warnings) दी गई थी. हालांकि, हर बार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने समय पर कार्रवाई करते हुए किसी भी अप्रिय घटना को टालने में सफलता पाई है.
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर, जांच जारी

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं और विस्तृत जांच कर रही हैं. पुलिस की ओर से कहा गया है कि धमकी भरे ईमेल भेजने वाले की पहचान के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. इसके साथ ही सभी अस्पतालों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके. अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं. हालांकि, इस मामले की विस्तृत जानकारी का अभी भी इंतजार है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और मुस्तैदी के चलते फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
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