EVM पर छिड़ी बहस,राहुल गांधी से अखिलेश यादव तक हुए हमलावर,उठाए तरह-तरह के सवाल..

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

EVM Controversy: देश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर एक बार फिर से बहस छिड़ गई है, और इस बार यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. EVM की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए कई राजनेताओं और संगठनों ने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग उठने लगी है. दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के एक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के बाद ईवीएम (EVM) को लेकर बहस ने एक नया मोड़ ले लिया है. मस्क ने अपने पोस्ट में ईवीएम के हैक होने और इसे हमेशा के लिए खत्म करने की बात कही, जिससे यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है.

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राहुल गांधी ने मस्क के पोस्ट का हवाला देते हुए क्या कहा ?

एलन मस्क के इस पोस्ट के बाद भारत में कई प्रमुख नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रियाएं देनी शुरु कर दी है. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मस्क के पोस्ट का हवाला देते हुए ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं और बैलेट पेपर की वापसी की मांग की है. उनका कहना है कि लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए पारदर्शी चुनाव प्रणाली आवश्यक है.

अखिलेश यादव ने मस्क की बातों का किया समर्थन

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मस्क की चिंता को सही ठहराते हुए ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि ईवीएम से चुनाव में गड़बड़ी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.कई अन्य दलों और नेताओं ने भी इस मुद्दे पर मस्क का समर्थन किया है और ईवीएम को हटाने की मांग की है. उनका तर्क है कि बैलेट पेपर से चुनाव अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय होंगे.

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राहुल गांधी ने रवींद्र वायकर का किया जिक्र

राहुल गांधी ने मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट पर शिवसेना शिंदे गुट के नेता रवींद्र वायकर की 48 वोटों से जीत को लेकर उठे ईवीएम विवाद का हवाला देते हुए एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “भारत में EVM एक ब्लैक बॉक्स है, और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है. हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं. जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है.”

सपा मुखिया ने EVM को लेकर क्या कहा ?

अखिलेश यादव ने ईवीएम (EVM) को लेकर अपने विचारों को साझा करते हुए एक्स पर लिखा, “टेक्नॉलजी समस्याओं को दूर करने के लिए होती है, अगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो उसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. आज जब विश्व के कई चुनावों में EVM को लेकर गड़बड़ी की आशंका ज़ाहिर की जा रही है और दुनिया के जाने-माने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स EVM में हेराफेरी के ख़तरे की ओर खुलेआम लिख रहे हैं, तो फिर EVM के इस्तेमाल की ज़िद के पीछे की वजह क्या है, ये बात भाजपाई साफ करें. आगामी सभी चुनाव बैलेट पेपर (मतपत्र) से कराने की अपनी मांग को हम फिर दोहराते हैं.”

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सिंधिया ने EVM को लेकर विपक्ष के सवालों पर क्या कहा ?

केंद्रीय मंत्री और एनडीए के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ईवीएम को लेकर विपक्ष के सवालों पर कहा, “चट भी मेरी पट भी मेरी… यह नीति नहीं चलने वाली. आप जीते तो ईवीएम हीरो… आप हारे तो ईवीएम जीरो.”इस बयान से सिंधिया ने ईवीएम के पक्ष में स्पष्टता दी है. उनका मानना है कि ईवीएम न केवल चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और तेज बनाता है, बल्कि यह जीत-हार के मामले में भी निष्पक्ष रहता है.

जीतनराम मांझी ने विपक्ष के सवालों का दिया जवाब

केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने विपक्ष के ईवीएम को लेकर उठाए गए सवालों पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से बता दिया है कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ नहीं हुई. उन्होंने विपक्ष को इसे अपने मनोरंजन के लिए बयान करने वाले बताया है. उनका मानना है कि अगर छेड़छाड़ हुई होती, तो विपक्ष को आज इतनी सीटें नहीं मिलतीं थीं. उन्होंने ईवीएम पर सवाल उठाने को विपक्षी दलों की कमजोरी बताया है और कहा कि यह जनता को गुमराह करने का प्रयास है, जिससे संविधान के खतरे का माहौल बनाया जा रहा है.

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संजय निरुपम ने क्या कहा ?

शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने बताया कि उनकी पार्टी के चुने उम्मीदवार वायकर के खिलाफ रिजल्ट के बाद से ही अनेक अफवाहें फैलाई जा रही हैं. उनका मानना है कि इसमें शिवसेना उभय भारत ट्रेड यूनियन (UBT) की तरह की अफवाहें शामिल हैं, जो वायकर के विरोध में फैलाई गई हैं.

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