उ0प्र0 (लखनऊ): संवाददाता – मोहम्मद कलीम
लखनऊ। एसजीपीजीआई में फैकल्टी मेम्बर से साइबर ठगों ने 80 हजार रुपये ऐंठ लिए। सीआईएसएफ कर्मी के तौर पर पहचान बताने वाले ठग ने फर्नीचर बेचने की पोस्ट सोशल मीडिया में डाली थी। पीड़िता ने पीजीआई कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
महिला ऑनलाइन ठगी का हुआ शिकार
पीजीआई कैम्पस निवासी पूजा यादव पुराना फर्नीचर खरीदने के लिए इंटरनेट सर्च कर रही थी। इस दौरान उन्हें प्रमोद कुमार की आईडी से की गई पोस्ट नजर आई। जिसमें पुराना फर्नीचर सस्ते दाम में दिए जाने की बात लिखी थी। पूजा ने प्रमोद के नम्बर पर कॉल की। बातचीत में प्रमोद ने बताया कि वह सीआईएसएफ में तैनात है। ट्रांसफर होने के कारण वह सामान बेंच रहा है।

आरोपी ने ऑनलाइन एडवांस देने को कहा। पूजा ने बताए गए नम्बर पर पहली बार 12 हजार रुपये भेजे। इसके बाद जीएसटी व डिलवरी चार्ज के तौर पर 18 हजार रुपये और जमा कराए गए। फिर पूजा के नम्बर पर फर्नीचर डिलवरी की इनवाइस डाली गई। इसके बाद भी अलग-अलग मदों में करीब 40 हजार रुपये। आरोपी ने जमा करा लिए।
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एएनएम पर नियुक्ति का झांसा देकर 13 लाख हड़पने का मुकदमा दर्ज
लखनऊ। पारा कोतवाली में महिला ने कैंटीन संचालक के खिलाफ 13 लाख हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी ने एएनएम के पद पर नियुक्ति कराने का झांसा देकर रुपये लिए थे।
लखीमपुर गौरी फण्टा निवासी सरिता का बेटा राहुल एमसी सक्सेना कॉलेज में बीटेक का छात्र है। कुछ वक्त पूर्व सरिता बेटे से मिलने के लिए कॉलेज पहुंची। कैंटीन में बैठ कर मां-बेटे बात कर रहे थे। वहाँ उनकी मुलाकात आकाश गुप्ता से हुई। जो कैंटीन संचालक होने का दावा करता है। आरोपी ने एएनएम पद पर नियुक्ति का झांसा देकर सरिता बातों में फंसा लिया।
नौकरी के नाम पर ऐंठे लाखों रुपए

पीड़िता के मुताबिक आकाश की बातों में आकर 13 लाख रुपये आकाश के खाते में जमा कर दिए। पर, सरिता की नियुक्ति नहीं हुई। पूछताछ करने पर आकाश टाल मटोल करने लगा। कैंटीन संचालक के पारा बुद्धेश्वर स्थित घर पहुंचने पर आकाश के साथ उसकी पत्नी आंचल ने गाली गलौज करते हुए भगा दिया। इंस्पेक्टर पारा श्रीकांत राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।