Tirupati Temple Stampede:आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के सीनियर अधिकारी का प्रस्तावित दौरा अचानक रद्द कर दिया गया है। इस दौरे को 20 जनवरी 2025 को होने वाला था, और इसे लेकर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को पहले सूचना दी गई थी। हालांकि, दौरे से एक दिन पहले गृह मंत्रालय की ओर से एक नया पत्र भेजा गया, जिसमें पहले भेजे गए पत्र को वापस लेने का निर्देश दिया गया। इस फैसले के बाद तिरुपति मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण की समीक्षा का काम फिलहाल रुक गया है।
गृह मंत्रालय के पत्र में बदलाव

गृह मंत्रालय ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को सूचित किया कि 20 जनवरी के लिए जो दौरे का पत्र भेजा गया था, वह अब रद्द किया गया है। हालांकि, इस अचानक बदलाव और दौरे को रद्द करने के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। मंत्रालय के पत्र में कहा गया है कि पहले भेजे गए पत्र को अब वापस लिया जाए, जिससे यह साफ है कि दौरा अब नहीं होगा। इस मामले में गृह मंत्रालय ने किसी भी स्पष्ट स्पष्टीकरण से परहेज किया है, और इसके परिणामस्वरूप अब इस मुद्दे पर कोई औपचारिक समीक्षा नहीं होगी।
9 जनवरी को हुई भगदड़ के बाद सुरक्षा की समीक्षा की आवश्यकता

दरअसल, 9 जनवरी 2025 को तिरुपति बालाजी मंदिर के वैकुंठ द्वार पर भगदड़ मचने की घटना हुई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी और 40 से अधिक लोग घायल हो गए थे। यह घटना उस समय हुई थी जब भक्तों की बड़ी संख्या टिकट प्राप्त करने के लिए एकत्रित हो गई थी, और भीड़ के असंगठित रूप से एकत्र होने के कारण हादसा हुआ। घटना के बाद यह निष्कर्ष निकला कि मंदिर में पर्याप्त भीड़ नियंत्रण के उपाय नहीं थे, जिसके कारण भगदड़ हुई और जानमाल का नुकसान हुआ।
टीटीडी को भेजा गया पत्र

घटना के बाद गृह मंत्रालय ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को एक पत्र भेजा था, जिसमें तिरुपति मंदिर में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने के लिए एक सीनियर अधिकारी को भेजने का आदेश दिया गया था। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया था कि यह अधिकारी 20 जनवरी को तिरुपति मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। हालांकि, अब दौरा रद्द होने के बाद यह सवाल उठता है कि क्या मंदिर में आवश्यक सुरक्षा उपायों की समीक्षा और सुधार जल्द किए जाएंगे, और क्या इस हादसे से संबंधित कोई और कार्रवाई की जाएगी।
आगे की कार्रवाई पर सवाल
अब इस दौरे को रद्द किए जाने के बाद, तिरुपति बालाजी मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। भगदड़ की घटना के बाद, यह जरूरी हो गया था कि सुरक्षा उपायों को फिर से जांचा जाए और भीड़ नियंत्रण के बेहतर उपायों को लागू किया जाए। हालांकि, गृह मंत्रालय के अचानक फैसले ने इस मामले को एक अनिश्चित स्थिति में डाल दिया है।