Corona Update: देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। अब पटना जिले में कोरोना वायरस के मामले तेजी से देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में 9 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 45 के पार पहुंच गई है।
सिविल सर्जन के अनुसार, नए संक्रमित मरीजों में एनएमसीएन के दो, बेली रेड के दो, एनएमसीएच के एक इंटर्न, गोलपुरा का एक, अनिसाबाद का एक, मेदांता अस्पताल का एक एएनएम और बख्तियारपुर का एक मरीज शामिल है। सभी मरीजों का इलाज घर पर डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है।

कोरोना संक्रमितों की स्थिति
पटना में वर्तमान में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 28 हो चुकी है। कोरोना जांच के लिए सरकारी अस्पताल जैसे आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स के साथ-साथ 92 निजी अस्पताल भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा कई निजी पैथोलॉजी लैब्स ने आरटी पीसीआर जांच भी आरंभ कर दी है, जिससे जांच की पहुंच और बेहतर हो गई है।
कोरोना संक्रमण में वृद्धि की वजह
एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि का मुख्य कारण आम जनता द्वारा कोरोना नियमों का पालन न करना माना जा रहा है। शारीरिक दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना और हैंड सैनिटाइजर का नियमित उपयोग न करना संक्रमण के बढ़ने की वजह बन रहा है। अस्पतालों में भी कई मरीज अभी कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी तरह सतर्क नहीं हैं।
बरतें ये सावधानियां
पटना में कई लोग सर्दी, खांसी, सिरदर्द और बुखार से पीड़ित चल रहे हैं, लेकिन वे इसे मौसम की वजह से होने वाली सामान्य बीमारी समझ कर इलाज करवा रहे हैं। कोरोना वायरस मुख्य रूप से नाक, आंख और मुंह के द्वारा मानव शरीर में प्रवेश करता है।
इसमें हाथ संक्रमण फैलाने के सबसे बड़े वाहक साबित होते हैं, क्योंकि वे वायरस को नाक, मुंह और आंखों तक लेकर जाते हैं इसलिए जितनी बार संभव हो हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना चाहिए। इसके साथ ही भीड़ भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और नियमित रूप से हैंड सेथ्नटाइजर का उपयोग करना बेहद जरूरी है।
