Yashasvi Jaiswal Catch Controversy:भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे टेस्ट मैच के पांचवे दिन एक बड़ा विवाद सामने आया, जब भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को आउट दिए जाने पर पूरा क्रिकेट मैदान गूंज उठा। इस विवाद ने न सिर्फ मैदान पर मौजूद दर्शकों को गुस्से में ला दिया, बल्कि क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी भी इस फैसले पर भड़क गए।
Read more :IND vs AUS: दक्षिण अफ्रीका की सफलता, WTC फाइनल में Entry करने वाली बन बनी तीसरी टीम
विवादित फैसला: जायसवाल का आउट होना
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने यशस्वी जायसवाल को एक बाउंसर फेंकी, जिसे उन्होंने लेग साइड की तरफ बल्ला घुमाकर खेलने की कोशिश की। गेंद उनके बैट और गलव्स के पास से होते हुए विकेटकीपर के हाथों में चली गई। इस पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपील की, लेकिन पहले अंपायर ने आउट नहीं दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने रिव्यू लिया, और थर्ड अंपायर ने इसका जांच किया।

रिव्यू के दौरान SnickoMeter स्क्रीन पर दिखा, जिसमें साफ तौर पर कोई मूवमेंट नहीं दिख रहा था, यानी गेंद बल्लेबाज के बैट या गलव्स से नहीं टकराई थी। फिर भी थर्ड अंपायर ने यशस्वी जायसवाल को आउट करार दिया, जो कि क्रिकेट मैदान पर एक बड़ा विवाद बन गया। जायसवाल को यह फैसला नाइंसाफी महसूस हुआ और उन्होंने कुछ पल के लिए अंपायर से चर्चा की, लेकिन अंत में उन्हें पवेलियन लौटने का फैसला मानना पड़ा। इस दौरान उन्होंने 208 गेंदों में 8 चौकों के सहारे 84 रन बनाए थे।
Read more :IND vs AUS: दक्षिण अफ्रीका की सफलता, WTC फाइनल में Entry करने वाली बन बनी तीसरी टीम
‘चीटर-चीटर’ के नारे

जायसवाल के आउट होने पर क्रिकेट मैदान में मौजूद दर्शकों ने ‘चीटर-चीटर’ के नारे लगाना शुरू कर दिया और कुछ दर्शकों ने इस फैसले को गलत ठहराते हुए ‘चीटर-चीटर’ के बोर्ड भी दिखाए। इस घटना ने न केवल मैच को एक विवादित मोड़ दिया, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों को भी चौंका दिया।
Read more :IND vs AUS: दक्षिण अफ्रीका की सफलता, WTC फाइनल में Entry करने वाली बन बनी तीसरी टीम
सुनील गावस्कर का गुस्सा
जायसवाल के आउट होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर इस फैसले से बेहद गुस्से में दिखाई दिए। उन्होंने कहा, “अगर हम स्निकोमीटर के सामने ऑप्टिकल इल्यूजन पर विश्वास करेंगे तो फिर क्रिकेट में तकनीकी मदद का क्या फायदा है? अगर कुछ दिख नहीं रहा है, तो फिर भी फैसला क्यों लिया गया?”

गावस्कर ने इस फैसले को गलत बताते हुए कहा, “यह अंपायर का बिल्कुल गलत फैसला था। यह साफ नॉट आउट था, और अंपायर ने इस फैसले को सही नहीं माना।” उनकी ये बातें इस फैसले को लेकर क्रिकेट जगत में गहरी बहस का कारण बनीं।