BJP Announces Cm Name: भारतीय जनता पार्टी ने 3 राज्यों में मिली जीत के बाद काफी विचार विमर्श कर मुख्यमंत्रियों के नाम का ऐलान कर दिया है.कई दिनों तक चली चर्चा के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से तीनों राज्यों में नए चेहरों को सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है.छत्तीसगढ़ के मुखिया विष्णु देव साय होंगे,मोहन यादव को मध्य प्रदेश की बागडोर सौंपी गई है जबकि ब्राह्मण चेहरे के रुप में भजन लाल शर्मा राजस्थान के मुख्यमंत्री होंगे।
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कांग्रेस प्रवक्ता का मोदी-शाह पर निशाना
राजस्थान,मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीएम पद के ऐलान के बाद आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सीएम पद की शपथ ग्रहण की है.छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी रायपुर में सीएम पद की शपथ ग्रहण कर ली है.इस बीच इन तीनों ही राज्यों में सीएम के लिए चुने गए नए चेहरों को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है,भाजपा किसको मुख्यमंत्री बनाये किसको नहीं यह उनका अपना मामला है लेकिन 3 राज्यों के निर्णयों को ऐतिहासिक बताना कहां तक सही है?
“भाजपा में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म”
असलियत ये है कि,ये भाजपा के क्षेत्रीय क्षत्रपों का अंत है..जो कोई भी PM मोदी के लिए चुनौती बन सकता है,उसको निपटाया जाएगा..चुने हुए विधायक नहीं बल्कि दिल्ली में 2 लोगों का फैसला ही थोपा जाएगा..ये मुख्यमंत्री कठपुतलियों की तरह इनके इशारे पर चलेंगे और जब साहेब का मन आएगा इनमें से कोई भी कभी भी निकाल दिया जाएगा..जैसे कि,उत्तराखंड,गुजरात असम जैसे अनेक राज्यों में हुआ….भाजपा के अंदर लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म है और पार्टी के नाम पर दो लोगों की मनमर्जी चलती है…खैर जिसने आडवाणी,जोशी,सिन्हा,शौरी जैसों को मार्गदर्शक मंडल में खदेड़ दिया उनके लिए ये कौन सी बड़ी बात है।
जातिगत समीकरणों को साधने में BJP सफल
आपको बता दें कि,भारतीय जनता पार्टी ने तीनों ही राज्यों में दिग्गज नेताओं शिवराज सिंह चौहान,रमन सिंह और वसुंधरा राजे को सीएम पद की जिम्मेदारी देने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है जबकि सीएम पद के लिए नाम के ऐलान से पहले ये सभी दिग्गज नेता मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में पहले नंबर पर थे.हालांकि अब जब बीजेपी की ओर से सीएम पद के नामों की घोषणा हो चुकी है तो इसके बाद विपक्ष समेत राज्य की जनता भी नामों को सुनकर चौंक गई है।हालांकि बीजेपी के लिए ये बात जगजाहिर है कि,जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर पार्टी कोई भी फैसला लेती है.देखा जाए तो चुनाव से पहले टिकट देते हुए भी इस बात का ध्यान रखा जाता है वहीं अब जब मुख्यमंत्रियों के नाम की घोषणा भी करनी हुई तो पार्टी ने जातिगत समीकरणों को साधने का काम किया है।
राजस्थान में जहां 33 सालों के बाद किसी ब्राह्मण चेहरे को सीएम की कुर्सी पर बैठाया गया है तो वहीं छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी नेता के रुप में पहचाने जाने वाले विष्णु देव साय को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है…इसके अलावा मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम की कुर्सी पर बिठाकर बीजेपी ने साफ संदेश दे दिया है कि,उनके लिए पिछड़ी जाति से आने वाले लोग कितना मायने रखते हैं.मोहन यादव के सीएम बनने से हिंदी भाषी राज्यों के ओबीसी वोटर्स पर बीजेपी की पकड़ अब मजबूत होगी।