CM Nitish Kumar Viral Video:बिहार विधानसभा में शुक्रवार को राष्ट्रगान के अपमान के मुद्दे पर विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मुद्दे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के साथ-साथ डिप्टी सीएम पर भी केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, सरकार ने इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रगान का सम्मान करते हैं और जनता इस बात को अच्छी तरह जानती है।
राष्ट्रगान के दौरान सीएम नीतीश कुमार का विवादित हुआ व्यवहार

दरअसल, विवाद तब शुरू हुआ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 मार्च को पटना के एक कार्यक्रम में राष्ट्रगान के दौरान लोगों का अभिवादन करते हुए नजर आए। यह दृश्य वीडियो में कैद हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हंसते हुए और हाथ हिलाते हुए लोगों से मिलते हुए दिखाई दिए। इस पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे राष्ट्रगान का अपमान करार दिया। विपक्ष ने सीएम के खिलाफ माफी की मांग की और कहा कि उन्हें 140 करोड़ जनता से माफी मांगनी चाहिए।
विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन और कार्रवाई की मांग

राष्ट्रगान के अपमान के बाद विपक्ष ने राज्यभर में जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधानसभा परिसर में भी विपक्षी दलों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही विपक्षी नेताओं ने डिप्टी सीएम के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही। बिहार विधानसभा के बाहर राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह आचरण संविधान और देश के प्रति अपमानजनक है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार गंभीर है, तो इस मामले में जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए। तेजस्वी ने कहा, “राष्ट्रगान के समय ऐसा व्यवहार कोई समझदार नेता नहीं कर सकता। यह 140 करोड़ देशवासियों का अपमान है।”
Read more :Lalu Yadav के समर्थन में Patna में लगे पोस्टर, ‘टाइगर अभी जिंदा है’ का संदेश
सरकार का बचाव

इस मामले में सरकार का बचाव करते हुए मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के संविधान और उसकी सांस्कृतिक धरोहर का पूरी तरह सम्मान करते हैं। जनता को इस पर कोई संदेह नहीं है।” मंत्री विजय चौधरी ने यह भी कहा कि यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक रंग देने की कोशिश है, जबकि मुख्यमंत्री का इरादा कभी भी राष्ट्रगान का अपमान करने का नहीं था।
संविधान का उल्लंघन या भूल?
वर्तमान में, यह सवाल उठ रहा है कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कृत्य जानबूझकर किया गया था या यह एक साधारण भूल थी। हालांकि विपक्ष इसे गहरे राजनीतिक मंतव्य से जोड़ रहा है, वहीं मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी इसे व्यक्तिगत गलती मानकर शांत करने की कोशिश कर रही है। इस विवाद पर जल्द कोई अंतिम फैसला आ सकता है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।