Gyanvapi Masjid: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के सील वजूखाने को खोल दिया गया। शनिवार की सुबह लगभग 9 बजे मस्जिद का ताला खोल गया। जिसके बाद अफसरों और पक्षकारों की मौजूदगी में वजूखाने और शिवलिंग के आस पास के इलाके को साफ कराया गया। सफाई के दौरान लगभग 44 मछलियां मिली,जिसमें से 37 जिंदा और मरी हुई थी। इन सभी मछलियों को मुस्लिम पक्ष को सौंप दिया गया है।
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एक बार फिर मस्जिद को सील कर दिया
आपको बता दे कि ये सफाई लगभग साढ़े तीन घंटे चली जिसके बाद एक बार फिर मस्जिद को सील कर दिया गया। इस दौरान डीएम एस. राजलिंगम के अलावा कई अधिकारी मौजूद रहे। वुजूखाना के पास बहुत ही ज्यादा गंदगी थी, जिसकी वजह से सभी को मास्क लगाना पड़ा। सफाई के लिए 3 ब्लीचिंग लगाकर का इस्तेमाल किया गया है। बता दे कि वहां पर मौजूद सभी लोगों की मौदूगी में ये फैसला लिया गया कि वुजूखाना में कभी भी पानी नहीं भरा जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि जिन दो टंकियों से उसमें पानी भरा जाता था, उसको भी बंद कर दिया गया है।
सफाई के दौरान मस्जिद के बाहर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती थी। मस्जिद के अंदर सिर्फ वादी प्रतिवादी और उनके अधिवक्ताओं को थोड़ी दूर पर रहने की इजाजत थी।
क्या है पूरा मामला..
दायर की गई याचिका में हिंदू पक्ष का कहना था कि टैंक की सफाई नहीं होने के कारण वहां की मछलियां मर रही है। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना था की सफाई से उन्हे कोई परेशानी नहीं है। केवल शर्त यह है कि सफाई का अधिकार उन्हे दिया जाए। जिसपर कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है। फैसले में कहा गया कि टैंक की सफाई किया जाएगा। जिसकी देखरेख वाराणसी मजिस्ट्रेट की जाएगी।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि जिलाधिकारी को टैंक की साफ-सफाई के दौरान पिछले आदेश का ध्यान रखना होगा। जिसमें कहा गया था कि शिवलिंग को को सुरक्षित रखा जाए। साथ ही मौजूद किसी भी चीज के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं किया जा सकता है।
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