Bijapur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ा एनकाउंटर हुआ, जिसमें 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए बताया कि मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए हैं और फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। हालांकि, मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए, जबकि दो अन्य जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों को तुरंत रायपुर भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
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नक्सलियों की मौत की संख्या बढ़ने की संभावना

बताते चले कि, आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि सुरक्षाबलों को माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी, जिसके बाद फोर्स को मौके पर भेजा गया। सुबह से गोलीबारी जारी रही और सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को घेर लिया। नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को बीजापुर डीआरजी, एसटीएफ और बस्तर फाइटर्स के जवानों ने मिलकर अंजाम दिया। डीआईजी ने बताया कि यह एक बड़ा ऑपरेशन है और जवानों से संपर्क स्थापित करने में परेशानी आ रही है, लेकिन नक्सलियों की मौत की संख्या में और वृद्धि हो सकती है।
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से कई ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए हैं, जो नक्सलियों के पास थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि नक्सलियों के खिलाफ यह ऑपरेशन कितना अहम था।
इस साल अब तक 67 नक्सली मारे गए

इस साल के शुरूआत से अब तक छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सुरक्षाबलों की कड़ी मेहनत और साहसिक कार्रवाई के चलते 67 नक्सलियों को मारा जा चुका है। वहीं, नक्सलवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों के संघर्ष में 10 जवान भी शहीद हो चुके हैं। जनवरी में ही अलग-अलग ऑपरेशनों में नक्सलियों को मारा गया था। 4 जनवरी को अबूझमाड़ के जंगल में 5 नक्सली मारे गए थे, वहीं 9 जनवरी को सुकमा में 3 नक्सली ढेर किए गए थे। 12 जनवरी को बीजापुर में 5 नक्सलियों को मार गिराया गया, जबकि 16 जनवरी को कांकेर में 18 नक्सली मारे गए थे। 20-21 जनवरी को 16 नक्सली मारे गए थे और अब 9 फरवरी को बीजापुर में 12 नक्सलियों को ढेर किया गया।
इससे पहले 2 फरवरी को भी एक बड़े ऑपरेशन में 8 नक्सली मारे गए थे। छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार, राज्य में बीजेपी सरकार बनने के बाद से अब तक 219 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो सुरक्षाबलों की सफलता का एक बड़ा उदाहरण है।
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का संघर्ष जारी

सुरक्षाबलों के लिए यह मुठभेड़ इसलिए भी अहम है क्योंकि इससे नक्सलियों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई को और मजबूती मिलती है। 6 जनवरी को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों की गाड़ी को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया था, जिसमें डीआरजी के 8 जवान और ड्राइवर की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया कि मार्च 2026 तक राज्य से नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा।
सुरक्षाबलों का यह अभियान राज्य में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई बनता जा रहा है, जिसमें जवानों की शहादत और संघर्ष ने नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी धार पैदा की है। बीजापुर (Bijapur) में हुई इस मुठभेड़ से यह स्पष्ट हो रहा है कि सुरक्षाबलों का नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन अब और भी तेज हो गया है, और इसे लेकर आगे कई अहम कार्रवाई की जा सकती है।