Chandra Grahan 2025: सनातन धर्म में ग्रहण काल को अशुभ घटना माना गया है। मान्यता है कि इस दौरान किसी भी तरह का शुभ व मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। ज्योतिष में इस समय को लेकर कई तरह के नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना बेहद जरूरी होता है। साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगने वाला है।
इस दिन भाद्रपद पूर्णिमा होगी। भारतीय समय अनुसार यह ग्रहण 9 बजकर 57 मिनट से लेकर 8 सितंबर की रात 12 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। ज्योतिष में कई ऐसे काम बताए गए हैं जिन्हें करने से ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है, तो हम आपको अपने इस लेख द्वारा इन्हीं कार्यों के बारे में बता रहे हैं।
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ग्रहण के दौरान जरूर करें यह काम
भगवान शिव की पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान शिव की पूजा जरूर करें। मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मकता दूर हो जाती है और जीवन में सुख समृद्धि का वास होता है साथ ही ग्रहण का अशुभ प्रभाव भी नहीं पड़ता है।
मंत्र जाप
चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान चंद्र देव के ॐ सोम सोमाय नमः मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शीघ्र लाभ की प्राप्ति होती है और ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से भी राहत मिलती है।
दान पुण्य
सनातन धर्म में दान पुण्य को बेहद ही लाभकारी माना गया है। मान्यता है कि अगर चंद्र ग्रहण के दौरान गरीबों व जरूरतमंदों को अन्न, जल, वस्त्र, धन आदि का दान किया जाए तो घर में सुख शांति और समृद्धि आती है साथ ही परेशानियां दूर रहती हैं।
तुलसी के पत्ते रखें
हिंदू धर्म में तुलसी को बेहद ही पवित्र और पूजनीय पौधा माना गया है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान अगर तुलसी के पत्ते को तोड़कर भोजन व पीने के पानी में रखा जाए तो अशुद्धता दूर रहती है साथ ही भोजन शुद्ध रहता है।