Chamunda Electricals IPO Listing:चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के आईपीओ का अलॉटमेंट अंतिम रूप में है और इसके शेयर 11 फरवरी 2025 को NSE SME पर लिस्ट हो सकते हैं। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 20 रुपये है, जो इश्यू की कैप प्राइस से 40% अधिक है। इस आंकड़े के आधार पर, अनुमान है कि चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स के शेयर की लिस्टिंग प्राइस 70 रुपये के आसपास हो सकती है, जो निवेशकों के लिए अच्छा मुनाफा लेकर आ सकती है। हालांकि, GMP एक संकेतक मात्र है और इसमें तेजी से बदलाव हो सकता है।
Read more :Gainers & Losers: Ola-MTNL समेत इन 10 शेयरों में जबरदस्त उछाल, इंट्रा-डे में हुआ बड़ा मुनाफा!
चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स आईपीओ का हाल

चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स के आईपीओ का GMP कभी 70 रुपये तक पहुंचा था, जो इश्यू के बंद होने वाले दिन था। उसके बाद इसने गिरावट देखी और यह 15 रुपये तक पहुंच गया, लेकिन अब जीएमपी फिर से बढ़कर 20 रुपये पर स्थिर हो गया है। इस इश्यू के पहले दिन जीएमपी 13 रुपये था। इससे स्पष्ट होता है कि चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स का आईपीओ निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है, खासकर यदि लिस्टिंग प्राइस के अनुसार इसे मुनाफा मिलने की संभावना हो।
इश्यू का आकार और निवेशक प्रतिक्रिया

चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड का आईपीओ 14.60 करोड़ रुपये का एसएमई आईपीओ है, जो एक बुक बिल्ट इश्यू है। इसमें 29.19 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है। इस इश्यू को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और यह 737.97 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जो इस बात का संकेत है कि निवेशकों में इस इश्यू को लेकर काफी उत्साह है।
चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स के व्यापार और वित्तीय प्रदर्शन की जानकारी

चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड का स्थापना जून 2013 में पालनपुर में हुआ था। यह कंपनी 66 केवी तक के सब-स्टेशनों के संचालन और रखरखाव, 220 केवी तक के सब-स्टेशनों के लिए परीक्षण और कमीशनिंग, और 1.5 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन में विशेषज्ञता रखती है। वित्त वर्ष 24 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 20.07 करोड़ रुपये और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 2.44 करोड़ रुपये था। वहीं, वित्तीय वर्ष 2025 में, 31 दिसंबर तक के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का रेवेन्यू 18.43 करोड़ रुपये और PAT 2.81 करोड़ रुपये था।
IPO से धन का उपयोग

चामुंडा इलेक्ट्रिकल्स इस इश्यू से प्राप्त धनराशि का उपयोग नए परीक्षण किट और उपकरणों की खरीद, कंपनी की कार्यशील पूंजी को बढ़ाने, टर्म लोन और कैश क्रेडिट के पुनर्भुगतान, और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी। कंपनी का उद्देश्य इस पूंजी का उपयोग अपनी कार्यक्षमता को और मजबूत करना है, जिससे भविष्य में व्यवसाय में वृद्धि हो सके।