आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (ICC Champions Trophy) 2025 का खिताबी मुकाबला आज, जो रविवार 9 मार्च (आज) को भारत और न्यूजीलैंड के बीच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमें इस महत्वपूर्ण मैच के लिए जमकर मेहनत कर रही हैं। भारत की टीम, जो रोहित शर्मा की अगुवाई में शानदार फॉर्म में है, अपने तीसरे चैंपियंस ट्रॉफी खिताब को जीतने के इरादे से उतरेगी। वहीं, न्यूजीलैंड की टीम, जिसका नेतृत्व मिचेल सेंटनर कर रहे हैं, 25 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने की उम्मीदें लगाए हुए है।
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पिच पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों की चुनौती
इस अहम मुकाबले से पहले, दुबई की पिच पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए किस तरह की चुनौती हो सकती है, यह जानना जरूरी है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल के लिए वही पिच इस्तेमाल की जा रही है, जिसका उपयोग 23 फरवरी को भारत बनाम पाकिस्तान के मैच में किया गया था। पिच धीमी होने की संभावना है, जिससे स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। भारतीय टीम इस पिच से अच्छी तरह वाकिफ है, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ इसी पिच पर खेलते हुए पांच विकेट चटकाए थे।
भारत के पास गेंदबाजी का लोहा
भारत के पास कई प्रभावी स्पिनर्स हैं, जैसे कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल, जो इस पिच पर अपनी प्रभावी गेंदबाजी का लोहा मनवा चुके हैं। उसी मैच में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के दबाव में आकर पाकिस्तान की टीम संघर्ष करती नजर आई। स्पिनरों के अलावा, भारत के पास वरुण चक्रवर्ती जैसे तेज़ स्पिनर भी हैं, जो इस पिच पर विकेट लेने की क्षमता रखते हैं। चक्रवर्ती ने पिछले कुछ मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है, और उम्मीद की जा रही है कि वह इस फाइनल मैच में भी धमाल मचाएंगे।

टूर्नामेंट में चार अलग-अलग पिच
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कुल 10 पिचें हैं, जिनका देखरेख ऑस्ट्रेलिया के क्यूरेटर मैथ्यू सैंडरी कर रहे हैं। इन पिचों की सतह धीमी और स्पिनरों के अनुकूल है, जिससे गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है। अब तक इस टूर्नामेंट में चार अलग-अलग पिचों का इस्तेमाल किया गया है, और फाइनल के लिए इनमें से एक पिच का फिर से उपयोग किया जाएगा।
कैसे बदलता है खिलाड़ी की रणनीतियों से मैच का रूख?

दुबई की पिचों ने गेंदबाजों को अधिक मदद दी है, और इस स्थान पर खेले गए चार मैचों में औसत स्कोर 246 रन रहा है। भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने 264 रन बनाए थे, जो पहले बल्लेबाजी करते हुए सबसे अधिक स्कोर था। भारत ने इस लक्ष्य को 49वें ओवर में छह विकेट खोकर हासिल किया था। वहीं, पाकिस्तान में खेले गए 10 मैचों में औसत स्कोर 295 रन रहा था। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस धीमी पिच पर भारत और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी किस तरह से अपनी रणनीतियों को लागू करते हैं और मैच का रूख कैसे बदलता है।