NEET पेपर लीक मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई, हजारीबाग में प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल गिरफ्तार…

Mona Jha
By Mona Jha

NEET Paper Leak:नीट पेपर लीक मामले की जांच में सीबीआई ने हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि एहसान उल हक NTA का सिटी कोऑर्डिनेटर था और इम्तियाज वाइस प्रिंसिपल के साथ इस स्कूल के सेंटर का कोऑर्डिनेटर भी था। सीबीआई की टीम दोनों को लेकर बिहार के लिए रवाना हो गई है।

वहीं एक दिन पहले सीबीआई ने एहसान उल हक से पूछताछ की थी। इसके बाद एसबीआई बैंक भी पहुंची थी जहां के लॉकर में नीट का पेपर रखा था। टीम ने उस कोरियर कंपनी के कर्मचारियों से भी पूछताछ की थी जिसके जरिए नीट के पेपर को बैंक तक पहुंचाया गया था। जांच में यह भी बात सामने आई थी कि कोरियर ऑफिस से पेपर को ई-रिक्शा के जरिए बैंक तक पहुंचाया गया था।

Read more :राज्यसभा में विपक्ष पर जमकर बरसे सुधांशु त्रिवेदी,प्रभु राम के अस्तित्व पर दिया कड़ा जवाब….

ई-रिक्शा चालक से भी की थी पूछताछ

कोरियर ऑफिस बैंक से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित था फिर भी ई-रिक्शा को वहां तक पहुंचने में दो घंटे का समय लग गया था। इसके बाद सीबीआई की टीम उस ई-रिक्शा चालक से भी पूछताछ की, जिसने पेपर के सील बॉक्स को बैंक तक पहुंचाया था। पूछताछ पूरी होने के बाद अब सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल की गिरफ्तार कर लिया है।

Read more :बजट फोन Realme C61 का भारत में लॉन्च, जानिए इसकी खासियत और सेल की तारीख

पटना में इनकी हुई गिरफ्तारी

वहीं इससे पहले सीबीआई अब तक इस मामले में 6 एफआईआर दर्ज कर चुकी है।दरअसल पेपर लीक मामले में सीबीआई ने पटना से 2 लोगों मनीष प्रकाश और आशुतोष को गिरफ्तार किया है। मनीष प्रकाश के बारे में कहा जा रहा है कि वह छात्रों को अपनी गाड़ी में लाने और ले जाने का काम किया करता था, जबकि आशुतोष के घर में अभ्यर्थियों को ठहराया जाता था। पेपर लीक मामले में सीबीआई की ओर से यह पहली गिरफ्तारी है।

Read more :राहुल गांधी का माइक बंद करने के आरोप पर ओम बिरला का जवाब बोले ‘यहां कोई बटन नहीं’

24 लाख स्टूडेंट्स ने दिया था एग्जाम

गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने की घोषणा के एक दिन बाद रविवार को पहली बार नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने छह प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा 5 मई को आयोजित स्नातक मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए NEET-UG 2024 के लिए लगभग 24 लाख छात्र उपस्थित हुए थे।

परिणाम निर्धारित समय से 10 दिन पहले 4 जून को घोषित किए गए थे, लेकिन प्रश्न पत्र लीक होने के आरोप लगे। 1,500 से अधिक छात्रों को अनुग्रह अंक दिए जाने से विरोध शुरू हो गया. सुप्रीम कोर्ट सहित अदालतों में भी मामले दायर किए गए, जिसने एनटीए को फटकार लगाई है।

Share This Article
Exit mobile version