Caste Census: कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों की ओर से लगातार मांग किए जाने के बाद एनडीए सरकार ने जाति जनगणना कराए जाने का ऐलान कर दिया है।2011 के बाद होने वाली यह जनगणना 2026 में होगी जनगणना के पहले चरण की शुरुआत 1 अक्टूबर 2026 से होगी इस दौरान पहले पहाड़ी इलाकों में जनगणना कराई जाएगी इसके बाद दूसरे चरण की शुरुआत 1 मार्च 2027 से होगी जिसमें मैदानी इलाकों में रहने वालों की गणना की जाएगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस बार जनगणना में जातियों की गिनती कराने का भी फैसला किया है हालांकि जनगणना में केवल जातियों की गिनती होगी वर्ग की गिनती नहीं की जाएगी।
जनगणना कराए जाने की तिथि की घोषणा
जाति जनगणना में वर्ग की गिनती नहीं कराए जाने के पीछे कारण है कि,राज्य में कोई जाति अन्य पिछड़ा वर्ग में है तो वह जाति दूसरे राज्य में सामान्य वर्ग में आती है।केंद्र और राज्य सरकारों की सूची में यह सूचियां अलग-अलग होती हैं अबतक हुई जनगणना में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) की जनसंख्या वर्ग के अंतर्गत आती हैं।जनगणना कराए जाने को लेकर इस बार एक और महत्वपूर्ण बात है कि,इस बार की जनगणना में केवल 3 साल लगने की संभावना है क्योंकि जनगणना अब डिजिटल तौर पर कराई जाएगी इससे पहले जनगणना कराने में आमतौर पर 5 साल का समय लगता था।
जनगणना में धर्म के साथ-साथ बतानी होगी जाति
साल 2026 में होने वाली जनगणना में देश के नागरिकों को अपने धर्म के साथ-साथ जाति भी दर्ज करवानी होगी सरकारी कर्मियों को घर-घर पहुंचकर लोगों से उनके धर्म के साथ-साथ जाति का विवरण भी लिखना होगा।जनगणना के दौरान कोई व्यक्ति चाहे सामान्य वर्ग का हो या एससी-एसटी सभी को अपनी जाति बतानी होगी इस्लाम धर्म के लोगों को भी अपनी जाति जनगणना में लिखवानी होगी।
परिसीमन पर नहीं पड़ेगा जनगणना का असर
जाति जनगणना में OBC की काउंटिंग नहीं होगी,जनगणना में जाति गिनी जाएगी वर्ग नहीं जिसके कारण जनगणना में OBC की संख्या का पता नहीं चल पाएगा कुछ जाति किसी राज्य में OBC में आती तो कहीं सामान्य वर्ग में।जनगणना से परिसीमन पर कोई असर नहीं होगा 2026 में होने वाला परिसीमन 2011 की जनगणना के आधार पर हो सकता है।इससे पहले आखिरी बार देश में जनगणना साल 2011 में कराई गई थी हर बार 10 सालों के अंतराल में जनगणना कराई जाती है लेकिन साल 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण जनगणना कराना संभव नहीं हो सका।