Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां जातीय आधार पर अपमान और हिंसा की सारी हदें पार कर दी गईं। आपको बता दे कि कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत कुमार यादव के साथ मारपीट की गई, नाक रगड़वाई, बाल काटे गए ..इतना ही नहीं एक महिला से जबरदस्ती पैर छुने जैसे अमानवीय कृत्य किए गए। वहीं अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है।
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वायरल वीडियो से खुलासा
वहीं सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ स्थानीय लोग कथावाचकों को बुरी तरह अपमानित कर रहे हैं। संत कुमार यादव का कहना है कि जब उन्होंने मंच पर कथा शुरू करने की तैयारी की, तभी गांव के कुछ लोगों ने उनकी जाति पूछी और यादव होने पर उन्हें बंधक बना लिया।
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नाक रगड़वाई और पैर छुवाए
- उनकी चोटी और बाल जबरन काटे गए।
- नाक रगड़वाने जैसी अपमानजनक हरकतें की गईं।
- महिलाओं से पैर छुवाए गए।
- महिला मूत्र से छिड़काव भी किए जाने का गंभीर आरोप है।
- गहने और अन्य सामान लूट लिए गए।
पीड़ित की आपबीती
पीड़ित संत कुमार यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम सिर्फ कथा पढ़ने गए थे, लेकिन हमारी जाति जानकर हमें अपमानित किया गया। हमारे साथ जानवरों जैसा बर्ताव किया गया।” उन्होंने बताया कि वे कथावाचक मुकुट मणि यादव के सहायक हैं और पहले से बुक कथा के सिलसिले में वहां पहुंचे थे।
कथावाचक मुकुट मणि यादव का बयान
कथावाचक मुकुट मणि यादव ने बताया कि जैसे ही उन्होंने मंच संभाला, कुछ ब्राह्मण समाज के लोगों ने मंच से उतारकर मारपीट शुरू कर दी। उन्हें कहा गया कि “तुम यादव हो, कथा नहीं पढ़ सकते”। यह जातिगत भेदभाव का सीधा प्रमाण है।
आरोपियों की पहचान जारी
इस गंभीर मामले में इटावा पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पुष्टि की कि पीड़ितों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है और वीडियो फुटेज की जांच जारी है।एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई है, जिसकी कमान एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सामाजिक और राजनीतिक हलकों में आक्रोश
यह घटना न केवल जातीय भेदभाव की भयावहता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि आज भी समाज में जातिवाद जिंदा है। कई सामाजिक संगठनों और नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।