Cash for Query Case: कैश फॉर क्वैरी केस में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच करने वाली एथिक्स कमेटी ने आज लोकसभा में अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है.भाजपा सांसद और एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने सदन में जैसे ही कमेटी की जांच रिपोर्ट को पेश किया,टीएमसी सांसदों समेत कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस दौरान सदन में नारेबाजी करनी शुरू कर दी.नारेबाजी करते हुए टीएमसी सांसद इस दौरान वेल में आ गए और सपा,बसपा,एनसीपी,कांग्रेस,डीएमके समेत कई दलों के सांसद सदस्य महुआ मोइत्रा के समर्थन में अपनी-अपनी कुर्सी पर खड़े हो गए।
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महुआ मोइत्रा का कड़ा जवाब
लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश होने से पहले संसद भवन में मीडिया से बात करते हुए टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा अपने अंदाज में नजर आई.उन्होंने कहा कि,मां दुर्गा आ गई है,अब देखेंगे..जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है,इन्होंने वस्त्रहरण शुरू किया है तो अब महाभारत का रण देखिए..लोकसभा में रिपोर्ट पेश होने के बाद मीडिया के सवालों क जवाब देते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा उन्हें अभी कुछ नहीं पता है जो होगा देखा जाएगा।
टीएमसी सांसदों का सरकार पर निशाना
वहीं महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी मामले पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने बताया कि, ये इस बारे में नहीं है कि,मैं इसे कैसे देखती हूं,मुझे लगता है कि हम सभी इसे उसी तरह देख रहे हैं जिस तरह से इसे देखा जाना चाहिए….क्या ये वास्तव में निष्पक्ष रुप से संचालित किया गया है?ये हमें नहीं पता,क्योंकि महिलाओं के मामले में सरकार वास्तव में निष्पक्ष नहीं रही है…हमने रिपोर्ट की हार्ड कॉपी मांगी है इसके लिए सुदीप बंद्योपाध्याय ने काह है कि,रिपोर्ट का अध्ययन करन के बाद हम निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं और जब चर्चा होगी तब हम सभी अनुरोध कर महुआ को बोलने का मौका दिला सकते हैं वो जो भी महसूस करती हैं उन्हें बोलने का मौका दिया जाना चाहिए…क्योंकि स मामले में वो सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने शूर्पनखा से की तुलना
इस बीच टीएमसी सांसद के खिलाफ एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर हुए सदन में हंगामे के बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने एक विवादित बयान दे दिया है उन्होंने महुआ मोइत्रा की तुलना शूर्पनखा से की है और कहा कि,चीरहरण द्रौपदी का हुआ था,शूर्पनखा का नहीं।इससे पहले भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष अपने बयान को लेकर विवाद में आ चुके हैं।टीएमसी सांसद के बयान सामने आने के बाद सुकांता मजूमदार ने उन पर निशाना साधा है और कहा कि,उन्होंने दिनकर जी की कविता कही तो मुझे लगता है ममता बनर्जी उन्हें बाहरी न बोल दें क्योंकि ममता बनर्जी सभी हिंदी भाषी लोगों को बाहरी कहती हैं…पहले महुआ मोइत्रा तय कर लें कि वो किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी…ममता बनर्जी की या सोनिया गांधी की…महुआ मोइत्रा ने एक तो चोरी किया है उस पर से सीनाजोरी कर रही हैं।
फिलहाल लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश करने के दौरान विपक्षी दलों का जमकर हंगामा देखा गया है.सदन में इस पर चर्चा होती उससे पहले सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ गया.इससे पहले भी प्रश्नकाल के दौरान हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा था।