UP में भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम के तहत पहली बार केस दर्ज: दुबई में छिपे Rashid Naseem पर कसा शिकंजा

Akanksha Dikshit
By Akanksha Dikshit
राशिद नसीम

Shine City Scam: उत्तर प्रदेश में (Uttar Pradesh) पहली बार भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम-2018 (फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर्स एक्ट) के तहत कोई केस दर्ज हो रहा है। इस कानून के तहत विदेशों में स्थित संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। इसके पहले, बैंकों की रकम हड़पने वाले उद्योगपति विजय माल्या (vijay mallya) और हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) समेत देश के 14 भगोड़े अपराधियों पर इस अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। शाइन सिटी के निवेशकों का करीब 60 हजार करोड़ रुपये हड़पने के बाद दुबई में पनाह लेने वाले राशिद नसीम (Rashid Naseem) पर अब इस एक्ट के तहत भगोड़ा घोषित करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

Read more: Kathua Terror Attack: सेना का आतंकियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन जारी, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के DGP ने की बैठक

केस दर्ज करने की शर्तें

अधिकारियों के अनुसार, इस एक्ट के तहत केस दर्ज करने की कुछ शर्तें होती हैं। इनमें विदेश भागने वाले व्यक्ति द्वारा 100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी करना, उसका विदेश में होना और वापस आने से इनकार करना, और देश की किसी अदालत द्वारा उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी होना शामिल है। राशिद नसीम के मामले में ये सारी शर्तें लागू होती हैं, जिससे इस एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।

Read more: Lucknow मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को मिली मंजूरी: शहरवासियों को मिलेगी बड़ी राहत

भगोड़े अपराधियों की सूची

इस अधिनियम के तहत पहले भी कई बड़े भगोड़े अपराधियों पर कार्रवाई हो चुकी है। इनमें विजय माल्या, नीरव मोदी, नितिन संदेसरा, चेतम संदेसरा, दीप्ति संदेसरा, हितेश कुमार नरेंद्र भाई पटेल, जुनैद इकबाल मेमन, बाजारा मेमन, आसिफ इकबाल मेमन, जाकिर नाईक, संजय भंडारी, नितीश ठाकुर, मेहुल चोकसी और जतिन मेहता शामिल हैं।

Read more:NEET 2024 SC Hearing: NEET पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज टली सुनवाई, जानिए अब कब होगी?

राशिद नसीम का अंतरराष्ट्रीय कारोबार

जांच एजेंसियों के अनुसार, राशिद नसीम विदेश भागने के बाद नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के साथ दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों में हीरे का कारोबार कर रहा है। इसके पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद विदेश में खोली गई उसकी कंपनियों की पड़ताल जारी है। दरअसल, राशिद ने निवेशकों की रकम को शेल कंपनियों के जरिए अपनी विदेशी कंपनियों के खातों में डायवर्ट किया गया जिससे कई संपत्तियों को खरीदा गया। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इन संपत्तियों को चिह्नित कर जब्त करने की तैयारियां करेगा।

Read more: World Population Day 2024:ऐसे कई देश हैं जहां की जनसंख्या है बहुत अधिक, चीन दूसरे पर तो पहले पर कौन?

क्या है शाइन सिटी घोटाला

कंपनी के संचालकों ने निवेश के नाम पर लोगों से करीब 800 से 1000 करोड़ रुपये एकत्र किए थे। शाइन सिटी के लोगों ने निवेशकों को सस्ते दामों पर प्लॉट और फ्लैट खरीदने का झांसा देकर करीब 60 हजार करोड़ रुपये की ठगी की थी। वहीं निवेशकों का कई सौ करोड़ रुपये की चपत लगाने वाले इस कंपनी के मालिक राशिद नसीम ईडी समेत अन्य एजेंसियों की पकड़ से बहुत दूर दुबई भाग गया थे।

Read more: Haryana में INLD-BSP गठबंधन: तीसरी बार साथ आए अभय चौटाला और मायावती

Share This Article
Exit mobile version