बिहारः संवाददाता:- चंदन भारती
बिहारः केस कंप्रोमाइज कराने ने नाम पर सादे कागज पर एक महिला से बिना बताए उससे हस्ताक्षर करा कर दूसरे व्यक्ति पर थाने में आवेदन देकर झूठा मुकदमें में फसा दिया। बिहार में सुपौल जिला के पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत महेशपुर पंचायत के वार्ड नंबर 8 सुलेखा देवी पति ललन पासवान 1 माह पूर्व उमर अंसारी व अन्य लोगों ने सादा कागज पर महिला से हस्ताक्षर करा लिया था। किसी दूसरे अन्य व्यक्ति को झूठें मुकदमे में फंसाने का मामला सामने प्रकाश में आया है।
धोखे से कराया कोरे कागज पर साइनः
सुलेखा देवी ने थाने में आवेदन देकर कहा है कि उमर अंसारी ने धोखे से सादे पन्ने पर हस्ताक्षर करा लिया था। उमर अंसारी ने सुलेखा देवी को केस कंप्रोमाइज करने के नाम पर हस्ताक्षर करवाया था , जो मुझे बताया नहीं गया था । और उन्होंने कुदरत साफी पिता साबुद्दीन साथी को झूठा मुकदमा में मेरे नाम पर फंसा दिया है।
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फर्जी मुकदमा लिखवाकर किया जा रहा परेशानः
उन्होंने बताया कि 1 माह पूर्व सुलेखा देवी एवं उनके परिवार वालों से उमर अंसारी और कुछ अन्य लोगों के साथ मारपीट हुआ था । जिसमें सुलेखा देवी का सर फट गया था। जिसके बाद सुलेखा देवी ने थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराया था। जिसके बाद इस केश दोनों के बींच सुलह- समझौता हो गया था । उसी दौरान इस क्रम में उमर अंसारी ने सुलेखा देवी से जालसाजी करके सादे पन्ने पर साइन करा लिया था।
महिला ने दी सफाईः
और उसी गांव के कुदरत अंसारी को महिला के हस्ताक्षर किए गए कागज पर थाने में आवेदन देकर झूठे मुकदमें का आवेदन देकर उस व्यक्ति को परेशान करने का काम किया है । जो कि महिला को कुदरत अंसारी पिता शहाबुद्दीन अंसारी से किसी प्रकार का कोई दुश्मनी या झगड़ा नहीं है। अब देखने वाली बात है पुलिस इस पर किस प्रकार की जांच करती है। साथ ही इस प्रकार की धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति के साथ कानून कार्रवाई हो पाती