Buddha Purnima 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार पड़ती है लेकिन इन सभी पूर्णिमा में सबसे अधिक वैशाख पूर्णिमा को महत्व दिया जाता है। इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप का विधान होता है।
वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान बुद्ध, भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से सुख समृद्धि जीवन में आती है। इस साल बुद्ध पूर्णिमा का पर्व 12 मई दिन सोमवार यानी आज मनाया जा रहा है। इस दिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए वरना माता लक्ष्मी क्रोधित होकर द्वार से ही लौट जाती हैं तो हम आपको इन्हीं कार्यों के बारे में बता रहे हैं।
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बुद्ध पूर्णिमा पर भूलकर भी न करें यह काम
बाल और नाखून काटनें से बचें
आपको बता दें कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून भूलकर भी नहीं काटना चाहिए। साथ ही इस दिन महिलाओं को बाल धोने से भी बचना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से कुंडली में बृहस्पति कूपित होता है और जीवन में दुर्भाग्य का प्रवेश होता है।
तामसिक चीजों का सेवन
पूर्णिमा तिथि पर गलती से भी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन शराब, मांस , मछली आदि से दूरी बनाकर रखना चाहिए। वरना इसके बुरे परिणाम जीवन में झेलने पड़ते हैं।
धन का लेन देन
बुद्ध पूर्णिमा पर भूलकर भी किसी से धन का उधार लेन देन नहीं करना चाहिए। इस दिन शाम को झाड़ू लगाने से भी बचना चाहिए। सूर्यास्त के बाद नमक का दान गलती से भी न करें। ऐसा करने से घर आईं लक्ष्मी भी लौट जाती है।
अशुभ रंगों का प्रयोग
पूर्णिमा तिथि पर काले, नीले और अन्य गहरे रंगों के वस्त्रों को धारण करने से बचना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मकता आकर्षित होती है जिससे मानसिक अशांति का सामना करना पड़ता है।
देर तक सोने से बचें
बुद्ध पूर्णिमा पर गलती से भी देर तक नहीं सोना चाहिए। इससे आलस्य में वृद्धि होती है और सकारात्मक प्रभाव में कमी आती है। साथ ही ईश्वर की कृपा भी नहीं मिलती है।
पत्ते तोड़ने से बचें
पूर्णिमा के दिन तुलसी, पीपल और बेलपत्र के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से पति की आयु पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है।प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
