Prashant Kishor on BPSC Exam: बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर विवाद दिन प्रतिदिन गहरा होता जा रहा है, जिससे बिहार की सियासत भी गर्मा गई है। परीक्षा के आयोजन से पहले ही इस मुद्दे पर कई प्रकार की चर्चाएं शुरू हो गई थी। सबसे पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों ने परीक्षा के नियमों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद आयोग को इस पर प्रतिक्रिया देनी पड़ी। वहीं, जब परीक्षा हुई, तो पेपर लीक होने को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार को दी चेतावनी

बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर जन अधिकार पार्टी (JAP) के अध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार सरकार को चेतावनी दी है और बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के सामने बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी पांच महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं।
प्रशांत किशोर की मांग
बताते चले कि, प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की पहली मांग है कि बीपीएससी की पीटी परीक्षा को रद्द कर उसे फिर से आयोजित किया जाए, क्योंकि परीक्षा में धांधली और अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं। उन्होंने दूसरी मांग में परीक्षा में हुई अनियमितताओं की न्यायिक जांच की अपील की है ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। तीसरी मांग में प्रशांत किशोर ने कहा कि पुलिस द्वारा छात्रों पर दर्ज किए गए आपराधिक मुकदमों को वापस लिया जाए और चौथी मांग में उन्होंने लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू यादव की आत्महत्या के मामले में उसके परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की।
बिहार के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन

वहीं, बीपीएससी पीटी परीक्षा (BPSC PT exam) की पुनः परीक्षा की मांग कर रहे आंदोलित छात्रों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को बिहार के विभिन्न जिलों में देखने को मिला। छात्र संगठनों के मिलाजुला असर से विरोध और भी तेज हो गया। आरा, दरभंगा, सीवान, अरवल सहित अन्य जिलों में आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर सरकार विरोधी नारे लगाए। पटना में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जहां जीपीओ गोलंबर से छात्रों और युवाओं ने मार्च निकाला, जो डाक बंगला चौराहा तक पहुंचा और वहां चौराहे पर सड़क जाम कर दिया गया। छात्रों ने इस दौरान बीपीएससी परीक्षा की पुनः आयोजित करने की मांग की।
छात्रों ने सड़कों पर उतर कर चक्का जाम किया

विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने सड़कों पर उतर कर चक्का जाम भी किया। दरभंगा में संपर्क क्रांति की बस सेवा बाधित की गई और रेलवे ट्रैक पर उतरकर प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। छात्रों ने परीक्षा में धांधली के आरोपों की गंभीरता को लेकर गुस्से का इजहार किया और यह स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, उनका विरोध जारी रहेगा। इस पूरे मामले से यह साफ है कि बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों में गुस्सा है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि बिहार सरकार इन मांगों पर क्या कदम उठाती है और परीक्षा के मामले में क्या फैसला लिया जाता है।