कारागार में जन्मे भगवान श्रीकृष्ण आज भी कानपुर देहात की कोतवाली में है कैद…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

कानपुर संवाददाता- उत्कर्ष सिंह

कानपुर: मथुरा नरेश कंश के कारागार में जन्मे भगवान श्री कृष्ण पल भर में कारागार से बाहर हो गए थे लेकिन कानपुर देहात में चक्रधारी श्री कृष्णा कानूनी दांव पेंच में ऐसे उलझे की कोतवाली में लगातार 21 वर्षो से कैद है,

दरसल राधा कृष्ण और बलराम सहित 5 बेशकीमती अष्ट धातु की मूर्तियों को चोरो ने योजनाबद्ध तरीके से चोरी की थी। चोरी की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तफ्तीश शुरू की और प्रभावी कार्यवाही करते हुए चोरो को गिरफ्तार कर चोरी किये गए भगवान श्री कृष्ण के परिवार को बरामद कर लिया। कुछ समय बाद चोरो को जमानत मिल गई और वो तब से आज़ाद घूम रहें हैं लेकिन भगवान श्री कृष्ण आज भी अपनी रिहाई के इंतजार में शिवली कोतवाली के मालखाने में कैद है

अष्टधातु की मूर्तियां चुरा ली…

दरअसल पूरा मामला शिवली थाना क्षेत्र के शिवली नगर पंचायत का है जहाँ 21 वर्ष पहले 12 मार्च 2002 को एक प्राचीन मंदिर से 4 चोरो ने राधा कृष्ण सहित 5 बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियां चुरा ली। घटना की रिपोर्ट मंदिर के सर्वराकार ने दर्ज कराई थी घटना के 7 दिनों के बाद ही पुलिस ने चोरी हुई मूर्तिया बरामद कर 4 चोरो को गिरफ्तार कर लिया। सभी चोरो को जेल भेजा गया लेकिन कुछ दिनों के बाद ही आरोपितों को जमानत मिल गई और जेल से रिहा हो गए। लेकिन लीलाधर,माखन चोर प्रभु श्री कृष्ण कानूनी दांव पेंच में ऐसे उलझे की अब तक न उनकी रिहाई हुई और न वो अपने मंदिर में दोबारा पहुंच पाए। और आज भी 21 वर्षो से लगातार शिवली कोतवाली के मालखाने में बन्द है।

श्रद्धालु भी मंदिर में पहुंचते है…

प्रत्येक वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर इन मूर्तियों को मालखाने से बाहर निकाल कर स्नान आदि कराने के बाद उन्हें नए वस्त्र पहनाए जाते है और उनकी धूमधाम से पूजा अर्चना की जाती है इस मौके पर कस्बे के अन्य श्रद्धालु भी मंदिर में पहुंचते है और जयकरों के साथ लड्डू गोपाल का जन्मदिवस बनाते है। और पुनः भगवान श्रीकृष्ण को उनके परिवार सहित मालखाने में रख दिया जाता है। 21 वर्षो से लगातार जन्मोत्सव के मौके पर यही प्रक्रिया दोहराई जाती है।

लेकिन सवाल यह भी है कि मंदिर से मूर्तियों की चोरी की घटना को अंजाम देने वाले चोर जेल से बाहर खुलेआम घूम रहे है और राधा,कृष्ण,बलराम सहित उनका परिवार कोतवाली में बंद है। कंश की कैद से पल भर में बाहर निकल जाने वाले कन्हैया आज न्याय की आस में है।

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