Navneet Rana Threatened: महाराष्ट्र (Maharashtra) के अमरावती से बीजेपी की कद्दावर नेता और पूर्व सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) को हाल ही में एक धमकी भरा पत्र मिला है. इस पत्र में उन्हें सामूहिक दुष्कर्म की धमकी दी गई है और इसके साथ ही 10 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई है. पत्र भेजने वाले ने अपना नाम आमिर बताया है और इसमें “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे भी लिखे हुए हैं. पत्र में लिखा गया कि धमकी देने वाले का हैदराबाद से संबंध है, लेकिन किसी राजनीतिक पार्टी से उसका कोई लेना-देना नहीं है.
धमकी भरे पत्र में नवनीत राणा के पति, विधायक रवि राणा के बारे में भी विवादित शब्दों का प्रयोग किया गया है. साथ ही धमकी देने वाले ने यह भी दावा किया कि उसने दुबई से अपने भाई वसीम के जरिए नवनीत राणा को फोन किया था. पत्र में धमकी देने वाले ने अपने मोबाइल नंबर का भी जिक्र किया है और बताया कि उसने अपनी पत्नी से इस पत्र को लिखवाया है.
पुलिस ने जांच शुरु की

इस धमकी भरे पत्र को लेकर नवनीत राणा (Navneet Rana) के पति रवि राणा के निजी सहायक, विनोद गुहे ने अमरावती के राजापेठ थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश के लिए जांच शुरू कर दी है. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर और पत्र में दी गई जानकारी के आधार पर छानबीन शुरू की है.
नवनीत राणा का राजनीतिक सफर
आपको बता दे कि नवनीत राणा (Navneet Rana) का राजनीतिक सफर और व्यक्तिगत जीवन भी काफी चर्चा में रहा है. मुंबई के एक पंजाबी परिवार में जन्मीं और पली-बढ़ीं नवनीत राणा ने अपनी स्कूली शिक्षा कार्तिका हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज से पूरी की. शुरुआत में मॉडलिंग में कदम रखने के बाद उन्होंने कन्नड़ फिल्म “दर्शन” से सिल्वर स्क्रीन पर डेब्यू किया. इसके बाद उन्होंने तेलुगु फिल्म “सीनू वसंती लक्ष्मी” में भी अभिनय किया. राजनीति में उनकी दिलचस्पी तब और बढ़ी जब उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में कदम रखा. हालांकि, इस बार वह भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ीं और कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े से 19,731 वोटों के अंतर से हार गईं.
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विवादों में घिरी रही हैं नवनीत राणा

नवनीत राणा (Navneet Rana) अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रही हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने हैदराबाद में भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार करते हुए एक रैली में कहा था कि अगर 15 सेकंड के लिए पुलिस हटा दी जाए तो नहीं पता चलेगा कि ‘दोनों भाई कहां चले गए हैं’. यह बयान उस समय काफी विवादित रहा. इसके अलावा गुजरात में दिए एक और बयान में उन्होंने कहा था कि अगर कोई “जय श्री राम” नहीं कहना चाहता तो वह पाकिस्तान चला जाए.
उन्होंने जोर देकर कहा था कि भारत में रहने के लिए “जय श्री राम” कहना जरूरी है. नवनीत राणा का यह बयान भी मीडिया और राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय रहा था. इन बयानों के कारण उनकी छवि एक बेबाक और आक्रामक नेता की बनी, जो अपने विचारों को खुलकर सामने रखती हैं. अब धमकी भरे पत्र के मामले में पुलिस की जांच तेज हो गई है और देखना होगा कि आरोपी को कब तक गिरफ्तार किया जाता है.
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