वसुंधरा राजे की बीजेपी कार्यकर्ताओं को खल रही कमी…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

परिवर्तन संकल्प यात्रा से केंद्रीय नेताओं और वसुंधरा की दूरी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। चेहरा विहीन भाजपा के कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की कमी महसूस कर रहे हैं?

Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाल रही है। हालांकि, पार्टी कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) की ‘कमी खल रही है’ और समझ नहीं पा रहे हैं कि ‘कोई प्रमुख चेहरा’ अभियान का नेतृत्व क्‍यों नहीं कर रहा है। वही बीजेपी ने 2 सितंबर को राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से अपनी यात्रा शुरू की। यात्रा के उद्घाटन के दिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित पार्टी के कई दिग्गज मौजूद थे। हालांकि जैसे-जैसे यह यात्रा राज्य के विभिन्न जिलों से होकर आगे बढ़ रही है, लोगों की प्रतिक्रिया पार्टी के लिए चिंता का कारण बन गई है। इस यात्रा के बड़े हिस्से में जहां बीजेपी का शीर्ष केंद्रीय नेतृत्व मौजूद नहीं रहा, वहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी गैर-मौजूद रहने का फैसला किया है।

कार्यकर्ताओं ने कहा, जहां से राजे निकलती थीं महिलाएं जुड़ जाती थीं…

बीजेपी नेता लोकेश ने कहा, “जब राजे यात्राएं निकालती थीं, तो महिलाएं अपने आप उनके साथ जुड़ती थीं। वह था राजे और महिला मतदाताओं का जुड़ाव, जिसका वर्तमान में मौजूदा हालात में अभाव दिख रहा है, इसलिए ऐसा लगता है कि महिला मतदाताओं को गहलोत सरकार ने लालच दिया है।” हिंडौन सिटी के एक अन्य कार्यकर्ता अमन शर्मा ने कहा, “पूर्वी राजस्थान में बीजेपी पहले से ही कमजोर है, और यात्रा को यहां खराब प्रतिक्रिया मिली है। इसका कारण – रेगिस्तानी राज्य में चेहरे की कमी है। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह समझ नहीं आ रहा है, कि वे कहां जाएं या उन्हें किस नेता के साथ जाना चाहिए।”

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रैलियों में खाली कुर्सियां बन रही सुर्खियां…

दरअसल, राज्य के कई हिस्सों में पार्टी नेताओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा क्योंकि रैलियों में भीड़ नहीं थी बल्कि खाली कुर्सियां ही सुर्खियां बन रही थीं। इस यात्रा को उम्मीद के मुताबिक रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है। इस यात्रा में केंद्रीय नेताओं और वसुंधरा राजे की गैर-मौजूदगी भी अब कई अटकलों को हवा दे रही है। विभिन्न शहरों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में पुष्टि की कि पार्टी चेहरे की कमी के कारण कठिन समय का सामना कर रही है।

राजस्थान में CM पद की दौड़ में कौन-कौन शामिल?

राजस्थान में दो बार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़, भूपेन्द्र यादव, अश्विनी वैष्णव, दीया कुमारी जैसे लोग मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं। पहले यह अफवाह थी कि कर्नाटक में बीजेपी को मिली हार से पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व पुराने और स्थापित नेताओं को दरकिनार कर और नए चेहरों को सामने लाकर राज्यों में पीढ़ीगत नेतृत्व में परिवर्तन लाने की अपनी रणनीति पर फिर से काम कर सकता है।

राजेंद्र राठौर कर रहे यह दावा…

इस बीच, बीजेपी नेता दावा कर रहे हैं कि यात्रा को व्यापक प्रतिक्रिया मिल रही है। विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ”यह ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ लोगों को इस कांग्रेस के कुशासन से मुक्त कराने के लिए कार्रवाई का आह्वान है। इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, जिससे पता चलता है, कि कांग्रेस सरकार दोबारा सत्‍ता में नहीं आएगी।”

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