BJP Tiranga Yatra: भारतीय जनता पार्टी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश में भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस यात्रा में भाग लेते हुए भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य को सलाम किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आतंकवाद पर करारा प्रहार करने के लिए बधाई दी। सीएम योगी ने कहा, “पूरा देश हमारे बहादुर जवानों को सैल्यूट कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए उत्तर प्रदेश की ओर से प्रधानमंत्री का अभिनंदन करता हूं।”
पाकिस्तान को दिया स्पष्ट संदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से देशभर में आक्रोश था। पाकिस्तान परस्त आतंकियों ने वीभत्सता की हद पार कर दी थी। लेकिन भारत की सेना और सरकार ने यह साबित कर दिया कि हम शांति चाहते हैं लेकिन कमजोरी नहीं हैं। “हमने पहले ही दिन 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया और दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया – हम छेड़ेंगे नहीं, लेकिन कोई छेड़ेगा तो छोड़ा भी नहीं जाएगा।”
तिरंगा यात्रा: भारत की एकता, सम्मान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा द्वारा शुरू की गई यह तिरंगा यात्रा भारत की आन-बान-शान का प्रतीक है। यह यात्रा न केवल सैनिकों को श्रद्धांजलि है, बल्कि हर नागरिक के भीतर राष्ट्र के प्रति सम्मान और एकता की भावना को भी जागृत करती है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी का संकल्प रहा है कि 140 करोड़ भारतीय जब ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से कार्य करेंगे तो भारत को विश्व की कोई शक्ति विकसित राष्ट्र बनने से नहीं रोक सकती।”
पाकिस्तान को बताया विफल राष्ट्र

सीएम योगी ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि यह देश बीते 75 वर्षों में आतंकवाद के अलावा कुछ नहीं उगा पाया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान और उसके आकाओं ने बार-बार शरारत की, आतंकियों के जनाजे में उनके नेता और आतंकी शरीक होते हैं। लेकिन यह ऑपरेशन सिंदूर एक चेतावनी नहीं, एक जनाजा है। जो भी भारत की बहन-बेटियों का सिंदूर छीनने की कोशिश करेगा, उसके जनाजे पर रोने वाला भी कोई नहीं मिलेगा।”
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने जहां भारत की सैन्य शक्ति और राजनीतिक इच्छाशक्ति को विश्व पटल पर प्रदर्शित किया, वहीं तिरंगा यात्रा ने देश की जनता को एक नई ऊर्जा और आत्मगौरव से भर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीखे और राष्ट्रवादी वक्तव्य ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब भारत नया भारत है — जो न केवल शांति चाहता है, बल्कि अपने सम्मान की रक्षा करना भी जानता है।