BJP President: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। पार्टी के शीर्ष नेता, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह और मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हैं, प्रमुख राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए बैठकें कर रहे हैं। इस बैठक में उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और ओडिशा के लिए नए राज्य इकाई प्रमुखों के नामों पर चर्चा की गई है।
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प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया तेज
बताते चले कि, अब तक भाजपा ने 15 प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, 19 अप्रैल तक छह या सात और राज्यों के अध्यक्षों की घोषणा की जा सकती है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि नए अध्यक्ष के लिए नामांकन प्रक्रिया 20 अप्रैल के बाद शुरू होने की संभावना है। पार्टी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं किया जा सकता, जब तक कम से कम 19 राज्यों में चुनाव न हो चुके हों। यह चुनाव इसलिए जरूरी हैं क्योंकि पार्टी के नियमों के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति सिर्फ नामांकन के जरिए नहीं होती।
मुख्य राज्यों के अध्यक्षों के नाम तय करने की प्रक्रिया जारी
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि प्रमुख राज्यों के अध्यक्षों के नाम जल्दी ही तय कर लिए जाएंगे। इसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगामी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह चुनाव इस महीने के अंत तक या अगले महीने की शुरुआत में हो सकते हैं।
नेताओं के बीच मंथन जारी
भा.ज.पा. के नेतृत्व में चल रही राजनीतिक गतिविधियों को लेकर अटकलें भी लगाई जा रही हैं। इस सप्ताह केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक पहले से निर्धारित नहीं थी, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी नेतृत्व में होने वाले बदलावों पर कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि भाजपा अपने नए अध्यक्ष की घोषणा की तैयारी के साथ ही संगठनात्मक फेरबदल को अंतिम रूप देने के करीब है।
अमित शाह और राजनाथ सिंह की मुलाकात
15 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके निवास पर तीन घंटे से अधिक समय तक मुलाकात की। पार्टी के कुछ लोग इसे एक नियमित बैठक मान रहे थे, जबकि सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात में भाजपा के भीतर होने वाले बड़े बदलावों पर गंभीर चर्चा हुई। इसके बाद, 16 अप्रैल को शाह, राजनाथ सिंह और भाजपा महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जहां उन्होंने संगठनात्मक बदलावों को अंतिम रूप देने पर विचार-विमर्श किया।
पार्टी नेतृत्व में बदलाव की तैयारी
इस मुलाकात के बाद, अमित शाह ने जेपी नड्डा से भी मुलाकात की, जिनका भाजपा अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पहले समाप्त हो गया था, लेकिन उन्हें कार्यकाल बढ़ाने के लिए अनुमति दी गई है। पार्टी में चल रहे ये बदलाव पार्टी की आगामी रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और यह संकेत दे रहे हैं कि भाजपा संगठनात्मक रूप से नया रूप लेने की तैयारी में है।
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