Bihar News: दरभंगा के शोभन क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित एम्स (AIIMS) के निर्माण का भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम बुधवार को संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM NarendraModi) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी इस महत्त्वपूर्ण आयोजन में मंच पर मौजूद थे। एम्स की नींव रखे जाने से मिथिला क्षेत्र के लोगों में उत्साह का माहौल है, जिसे स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इस दौरान एक ऐसा घटनाक्रम हुआ, जिसे लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गई। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश मंच पर भाषण देने के बाद सीधे प्रधानमंत्री मोदी के पास पहुंचे और उनका पैर छू लिया। इसके बाद पीएम मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी।
पीएम के प्रति सम्मान में झुकना बना चर्चा का विषय
शिलान्यास के बाद मंच पर कुछ ऐसा हुआ जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिलान्यास के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में उनके पैर छूने के लिए झुके। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बीच में रोक दिया और गर्मजोशी से गले लगाकर उनका अभिवादन किया। यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और दोनों नेताओं के बीच की इस अभिव्यक्ति ने जनता का ध्यान खींचा।
विपक्ष के आरोपों पर भाजपा की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री के प्रति इस सम्मानजनक भाव पर बिहार भाजपा के नेता और मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा, “नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आदर का भाव व्यक्त किया है, जो उनकी शालीनता को दर्शाता है। विपक्ष को बेवजह इस मुद्दे पर राजनीति करने से बाज आना चाहिए।” वहीं, इस घटनाक्रम पर विपक्ष, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री के इस कृत्य को लेकर निशाना साधा। राजद ने इसे ‘शर्मनाक’ कहते हुए कहा कि एक अनुभवी मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री के पैर छूना उचित नहीं है।
राजनीतिक दांव-पेंच के बीच संस्कार और सम्मान का उठा प्रश्न
नीतीश कुमार के इस भाव के प्रति राजद के विरोध पर भाजपा नेताओं ने कड़ा जवाब दिया। भाजपा ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि संस्कार का महत्व समझने की आवश्यकता है। पार्टी ने टिप्पणी की कि तेजस्वी यादव के पास अपने बड़ों के प्रति सम्मान का अभाव है, जबकि नीतीश कुमार ने अपने संस्कारों को बनाए रखा है। भाजपा ने यह भी जोड़ा कि यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि संस्कृति और परंपरा का सवाल है, जिसे हर भारतीय को समझना चाहिए।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म हो रहा है। विपक्ष ने जहां इस पर हमला बोला, वहीं भाजपा ने इसे नीतीश कुमार की विनम्रता और परंपराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक बताया। दरभंगा एम्स के शिलान्यास से मिथिला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में एक बड़ा बदलाव आने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह एम्स पूरे क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करेगा। नीतीश कुमार ने भी इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की और प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उनके नेतृत्व की सराहना की।