Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से गर्मागर्मी देखी जा रही है, जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर संस्थागत भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार प्रशासनिक अक्षमता और भ्रष्टाचार के कारण राज्य को बर्बाद कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रचार पर बड़ी राशि खर्च कर रही है, जबकि छात्रों और महिलाओं को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
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तेजस्वी यादव के आरोप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार सरकार प्रचार पर 2 अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपये खर्च कर रही है। राज्य में बेरोजगारी, पलायन, अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने जैसे प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर धन खर्च किया है लेकिन इससे भ्रष्टाचार और प्रशासनिक अक्षमता छिप नहीं सकती है। वहीं दूसरी ओर भाजपा-जदयू की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जदयू ने तेजस्वी यादव को विपक्ष का नेता बनने के लिए अयोग्य बताया है क्योंकि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हैं। भाजपा ने भी तेजस्वी यादव के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब एनडीए सरकार में अगर कोई गलती करता है, तो कार्रवाई होती है। बिहार में हो रहे विकास को देखकर तेजस्वी यादव को जलन हो रही है।
आगे की कार्रवाई
अब देखना होगा कि तेजस्वी यादव के आरोपों पर आगे क्या कार्रवाई होती है और क्या यह मामला बिहार की राजनीति में और अधिक गर्माता है। यह मामला बिहार के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है और सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।